Maratha Reservation: 'जान गंवाने वालों को मुआवजा, दर्ज FIR वापस', मनोज जरांगे की इन मांगों पर CM शिंदे की लगी मुहर
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने मनोज जरांगे की सभी मांगों को मान लिया है. इसके बाद जरांगे ने भी अपना अनशन खत्म कर दिया. मुख्यमंत्री ने जरांगे की कई मांगों को मान लिया है. सीएम शिंदे ने बताया, मराठा आंदोलन में जान गंवाने वाले भाइयों को मुआवजा देने पर भी सहमति बनी.
उन्होंने पूरे मराठा समाज से अपील की कि यह जीत मराठा समाज की है और सरकार उनके साथ रहे और गुलाल उड़ाकर जश्न मनाए.
सीएम शिंदे बताया, मनोज जरांगे पाटिल द्वारा की गई सभी मांगों को राज्य सरकार ने मान लिया है और कुनबी रिकॉर्ड की खोज में रिश्तेदारों को भी शामिल किया जाएगा.
इसके साथ ही सीएम शिंदे ने समिति को समय सीमा बढ़ाने पर भी सहमति जताई है. उन्होंने मराठा आंदोलनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने की भी तत्परता दिखाई.
उन्होंने बताया की कि यह जीत पूरे मराठा समुदाय और मनोज जारांगे पाटिल के संघर्ष की जीत है जिन्होंने इसके लिए जी जान से लड़ाई लड़ी.
सीएम शिंदे ने पिछले सात दिनों से अनुशासित तरीके से इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूरे मराठा समाज की सराहना की और बधाई दी.
मराठा समुदाय के लिए स्थायी आरक्षण सहित विभिन्न मांगों के लिए मुंबई के द्वार पर आंदोलन कर रहे मनोज जारांगे पाटिल ने वाशी के शिवाजी चौक पर मनोज जारांगे पाटिल से मुलाकात की और अपना विरोध सफलतापूर्वक समाप्त किया. साथ ही उन्होंने जूस पीकर अपना अनशन भी खत्म किया.
इस अवसर पर मंत्री गिरीश महाजन, मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, दीपक केसरकर, विधायक संजय शिरसाट, सामाजिक न्याय विभाग के सचिव सुमंत भांगे, मुख्यमंत्री सहायता निधि सेल के विशेष कार्यकारी अधिकारी मंगेश चिवटे आदि उपस्थित थे.