In Pics: जबलपुर में सूरदास जयंती पर नेत्रदान का दिया गया संदेश, देखिए अनोखी रैली की शानदार झलकियां
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में महाकवि सूरदास जयंती पर अंधत्व की अनुभूति संचलन यानी ब्लाइंड फोल्डेड वॉक किया गया. लोगों ने आंखों पर काली पट्टी बांधकर रैली निकाली. रैली में शामिल लोगों को दृष्टिबाधित लोगों ने रास्ता दिखाया.
कार्यक्रम का मकसद आम जनता को नेत्रदान के लिए प्रेरित करना था. अंधत्व की अनुभूति रैली में नेत्र रोग विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों ने रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति आम लोगों को जागृत किया. मालवीय चौक से शुरू संचलन, तीन पत्ती चौक, नौदराब्रिज होते हुए वन्दे मातरम् उद्यान सिविक सेंटर पहुंचा.
वन्दे मातरम् उद्यान सिविक सेंटर पर कार्यक्रम का समापन हुआ. रैली में शामिल हुए लोगों ने नेत्रहीनों की पीड़ा को महसूस किया. डॉ अर्पिता स्थापक का कहना है कि आंखों पर काली पट्टी बांधकर अनुभव किया कि किस तरह नेत्रहीन लोग जीवन जीते हैं. नेत्रहीन लोगों के जीवन में रोशनी लाने का नेत्रदान पुण्य का काम है. लोगों को नेत्रदान के लिए ज्यादा से ज्यादा संख्या में आगे आना चाहिए.
रंग-बिरंगी दुनिया को नेत्रहीन लोग भी देख पाएं. नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पवन स्थापक का कहना है कि पूरी दुनिया के एक चौथाई नेत्रहीन भारत में है. नेत्रदान कर नेत्रहीनों का जीवन संवारा जा सकता है. लिहाजा लोग आगे आकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में नेत्रदान करें.
अंधत्व की अनुभूति रैली में सामाजिक न्याय विभाग, शासकीय दृष्टिहीन विद्यालय, दृष्टिहीन कन्या शाला, स्टेडियम परिवार, गुड मॉर्निंग परिवार, आईएमए जबलपुर, अखिल विश्व गायत्री परिवार, दादा वीरेंद्रपुरी जी नेत्र संस्थान जैसी संस्थाओं का सहयोग रहा.