MP: सावन में भगवान महाकाल के दरबार में बदल जाएगा आरती का समय, बिना अनुमति होंगे दर्शन
सावन माह में हर सोमवार रात में 2:30 बजे से ही महाकाल मंदिर के पट खोलकर आरती की शुरुआत हो जाती है.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में अधिक से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर सके. इसे लेकर कई प्रकार के इंतजाम किए गए हैं.
महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालु आम दिनों में 15 से 20 मिनट में भगवान महाकाल के दर्शन कर लेते हैं. इसी प्रकार सावन के महीने में भी आधे घंटे के भीतर श्रद्धालुओं को दर्शन करने का लक्ष्य रखा गया है. हालांकि सोमवार, शनिवार और रविवार को भीड़ अधिक होने की वजह से थोड़ा सा समय बढ़ जाता है.
दुनियाभर के शिव भक्तों के लिए भस्म आरती प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहती है. पंडित आशीष पुजारी ने बताया कि सावन के महीने में आरती का समय बदल जाता है.
पंडित आशीष पुजारी ने कहा कि भस्म आरती के लिए प्रतिदिन आम दिनों में पट सुबह 4:00 बजे खोलते हैं, जबकि सावन के महीने में रात 3:00 बजे ही भगवान के दरबार के पट खुल जाते हैं. इसके अलावा प्रति सोमवार रात 2:30 बजे ही पट खोलकर भगवान की पूजा अर्चना शुरू हो जाती है.
महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक मृणाल मीणा ने बताया कि आम दिनों में महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती में अनुमति के जरिए प्रवेश दिया जाता है.
भस्म आरती में 2000 के लगभग श्रद्धालु प्रवेश कर सकते हैं. सावन के दिनों में भीड़ अधिक होने की वजह से चालित भस्म आरती के जरिए 15 से 20000 श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे.
मृणाल मीणा के अनुसार, इसके लिए अनुमति लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी. जो भी श्रद्धालु भस्म आरती में बिना अनुमति पहुंचेगे, उसे चलित भस्म आरती के जरिए भगवान महाकाल के दर्शन करवाए जाएंगे.