In Pics: दुनिया का ऐसा मंदिर जहां रामायण के सभी पात्र हैं स्थापित, भगवान राम का दरबार है तो रावण का परिवार की
सनातन धर्म में भगवान राम और रामायण के सभी पत्रों की पूजा अर्चना की जाती है.लेकिन रामायण से जुड़े सभी पत्रों का एक स्थान पर विराजित होना कभी किसी ने नही देखा होगा.लेकिन इंदौर में एक ऐसा मंदिर है जहा एक साथ रामायण के सभी पात्र विराजमान हैं.इसमें रावण का परिवार भी शामिल है.इस मंदिर की दीवारों,खंभों,गंगनचुंबी गुंबदों से लेकर प्रवेश द्वारा सभी जगह भगवान राम का नाम अंकित है. जिनकी पूजा अर्चना सुबह शाम की जाती है तो वही 24 घंटे रामायण का पाठ सुनाई देता है.आइए इस मंदिर के दर्शन तस्वीरों के जरिए करते हैं. सभी तस्वीरों फिरोज खान की.
अपने राम का निराला धाम के नाम से जाने जाने वाले इस मंदिर की दीवारों,खंभों,गंगनचुंबी गुंबदों से लेकर प्रवेश द्वारा सभी जगह भगवान राम का नाम अंकित है.मंदिर में प्रदेश के बाद भगवान राम के दर्शन के पूर्व एक शर्त पूरी करनी होती है.शर्त के अनुसार भगवान के दर्शन करने वाले वाले हर श्रद्धालु को 108 बार भगवान राम का नाम लिखना होता है.इसके बाद ही भक्तों को भगवान के दर्शन का लाभ मिलता है.भगवान राम का नाम लिखने से मनाही करने वालों को मंदिर में भगवान के दर्शन करने की मनाही है.
मंदिर के पुजारी प्रकाश वागरेचा ने बताया कि इस मंदिर के पीछे की कहानी अद्भुत है.वह बताते हैं कि वे धर्म से जैन हैं. उनके सपने में एक बार हनुमान जी आए थे. वो बोले की क्या सोया हुआ है, उठ मेरा मंदिर बना. हनुमान जी के आदेश पर 1990 में मंदिर की स्थापना की गई. यह मंदिर करीब 11 हजार स्कवायर फीट में बना है.
इस मंदिर की विशेषता यह है की मंदिर प्रांगण में रामायण से जुड़े सभी देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं.इनमें भगवान राम और माता सीता की मूर्ति के साथ लक्ष्मण भी मौजूद हैं. वहीं ठीक सामने भगवान हनुमान की मूर्ति स्थापित की गई है.वही रावण के पूरे परिवार जिनमे रावण, विभीषण, कुंभकर्ण, मेघराज, मेघनाथ, मंथरा और शूर्पणखा की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं.इस मंदिर में 251 फिट की ऊंचाई पर भगवान हनुमान की प्रतिमा बनाई गई है. यह कुतुबमीनार से अधिक ऊंची है.मंदिर में आकर श्रद्धालु इस तरह से प्रभु श्रीराम का नाम लिखकर रखते हैं.
मंदिर निर्माण के बाद उसे संचालित करने वाली संस्था में किसी भी इंसान को शामिल नहीं किया गया है.इस संस्था का संचालन मंदिर में स्थापित देवी-देवता ही करते हैं.इस संस्था का संरक्षण भगवान श्री राम चंद्र द्वारा किया जाता है. वहीं भगवान हनुमान अध्यक्ष पद का दायित्व संभालते हैं.मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी यमराज को दी गई है.आलौकिक और दुर्लभ परिदृश्यों समाहित ये मंदिर अपने आप में दुर्लभ है.यहां प्रतिदिन सैकड़ों भक्त दर्शन लाभ लेने के लिए आते हैं.
मंदिर में दर्शन करने आईं एक श्रद्धालु शीतल सेन ने बताया कि इस मंदिर के बारे बहुत सुना था.इस मंदिर में आने के वक्त सबसे पहले 108 बार भगवान राम का नाम लिखवाया जाता है.उसके बाद ही मंदिर के दर्शन करने की अनुमति दी जाती है.यह अद्भुत है.हमने भी आकर मनोकामना की है. हमें विश्वास है वह जरूर पूरी होगी.
शिवम नाम के एक भक्त उन्हें इस मंदिर के बारे में उनके पिता ने बताया था.वो कई बार इस मंदिर में आ चुके हैं. शिवम कहते हैं कि यह मंदिर सबसे अलग है.यह इंदौर में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में यह एक ऐसा मंदिर है, जहां आप आ जाओ तो आपको हर भगवान के दर्शन हो जाते हैं, यहां तक कि रावण का पूरा परिवार भी इस मंदिर में विराजित है. यह अलौकिक है.
किसी दूसरे मंदिर की तरह निराला धाम में किसी भी तरह की पूजन सामग्री न तो बेची जाती है न ही इस मंदिर में चढ़ाई जाती है.वहीं 108 बार राम लिखने की बात पर कई बार विवाद भी हुए. यहां तक कि विहिप के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को भी राम का नाम नहीं लिखने की वजह से मंदिर से चले जाने को कहा जा चुका है.नियम सबके लिए है. यही कारण है कि यह मंदिर अपने नाम के मुताबिक ही निराला है.