In Pics: भगवान शिव के 190 रूप और 108 स्तंभों से तैयार हुआ महाकाल कॉरिडोर, तस्वीरों में देखिए आकर्षक स्वरूप
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को जिस महाकाल कार्य डोर का उद्घाटन करने जा रहे हैं. उसे देशभर के ख्यातनाम कलाकारों ने तैयार किया. यहां पर 108 आकर्षक स्तंभ बनाए गए हैं जबकि भगवान शिव के 190 स्वरूप के अलग-अलग मूर्तियों के माध्यम से दर्शन हो रहे हैं.
महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना का प्रथम चरण पूरा होने के बाद पूरा मंदिर परिसर बदल गया है. मंदिर का स्वरूप पहले से कई गुना निखर कर सामने आया है. विस्तारीकरण योजना के बाद मंदिर का द्वार बड़ा और आकर्षक बनाया गया है जिससे श्रद्धालुओं का आवागमन होगा. इस द्वार पर भगवान श्री गणेश और रिद्धि, सिद्धि के साथ नंदी को विराजमान कराया गया.
मुख्य द्वार पर भगवान महाकाल का प्रिय श्लोक आकाशे तारक लिंगम पाताले हाटकेश्वर मृत्यु लोके महाकालं त्रयलिंगम नमोस्तुते को पत्थरों पर अंकित किया गया. यह पूरा परिसर 910 मीटर लंबा है इस पर 108 स्तंभों बनाए गए हैं. इसके अतिरिक्त पत्थरों की आकर्षक दीवार पर भगवान शिव के श्लोक और अलग-अलग स्वरूपों को उकेरा गया है.
जिस प्रकार कवि कालिदास की मेघदूतम में महाकाल वन का उल्लेख किया गया है. उसी तर्ज पर प्राचीन स्वरूप को उकरने के लिए ख्यातनाम कलाकारों द्वारा महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना को अमलीजामा पहनाया गया है. परिसर में ई-रिक्शा के माध्यम से उन श्रद्धालुओं का आवागमन कराया जाएगा, जिन्हें चलने में दिक्कत होगी. इसके अलावा परिसर में फुल और प्रसाद की दुकान भी बनाई गई.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को पूरे परिसर का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने कुछ मूर्तियों में खामियां भी निकाली. इन खामियों को दूर करने के निर्देश दिए गए. उज्जैन कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि 1 अक्टूबर के पहले समस्त तैयारियां पूर्ण हो जाएगी. उज्जैन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 11 अक्टूबर को आमसभा भी होनी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तारीख तय होने के बाद सुरक्षा कारणों से पूरे परिसर में आवाजाही पर रोक लगा दी गई. पहले भी आम श्रद्धालुओं का प्रवेश इस मार्ग से नहीं हो रहा था लेकिन अब एतिहात के तौर पर और भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. यहां पर निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पुलिस कर्मियों को भी तैनात कर दिया गया है.