Sehore: कोरोना भी नहीं रोक पाया मकर संक्रांति पर 'आस्था' की डुबकी, नर्मदा घाट पर लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु, कोविड नियमों का हुआ जमकर उल्लंघन
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर का प्रसार तेजी से हो रहा है. संक्रमित मरीजो के आंकड़े लगातार सामने आ रहे है. वहीं शासन स्तर पर भले ही संक्रमण को लेकर चिंता जताई जा रही हो लेकिन बावजूद इसके धार्मिक एवं अन्य आयोजनों में लोगो की भीड़ किसी न किसी बहाने जुटती नजर आ रही है. मकर संक्रांति के पर्व पर भी लोगो की आस्था कोरोना पर भारी नजर आई. सुबह से नर्मदा घाटो पर बड़ी संख्या में लोगो ने पहुंचकर स्नान किया.
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View In Appतस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कितनी संख्या में यहां श्रद्धालु पहुंचे हैं. कोरोना संकट के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में आंवली घाट नर्मदा नदी पर मकर संक्रांति के पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं और आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इस दौरान घाट मौजूद श्रद्धालुओं की भीड़ कोविड नियमो की अनदेखी करती नजर आई. ना तो लोग सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते दिखे ओर ना ही चेहरो पर मास्क नजर आया. हालांकि इस दौरान यहां पुलिस जवान और अधिकारी मौजूद जरूर नजर आए.
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर उज्जैन देवास कलेक्टर ने मकर सक्रांति पर्व पर शिप्रा बेतवा और नर्मदा नदी पर कोरोना को ध्यान में रखतें हुए प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में कोरोना के सारे नियमों को दरकिनार करते हुए या कोई भी नियम नहीं लगाया गया और श्रद्धालु नर्मदा नदी में हजारों की तादाद में स्नान करने पहुंच रहे है
गौरतलब है कि जिले में संक्रमण के मामले हर रोज बढ़ रहे हैं. गुरूवार को जिले में 41 मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले. इसी के साथ जिले में सक्रिय संक्रमित मरीजो की संख्या 96 हो गई है. इस दौरान एक मरीज की मौत की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है.
संक्रमित मरीजो की बढ़ती संख्या की बीच जिले में धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक आयोजन लगातार जारी है ओर इन आयोजनो में कोविड नियमो की अनदेखी साफ तौर पर देखी जा सकती है
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