Janmashtami 2022: ग्वालियर के गोपाल मंदिर में बेशकीमती गहनों से राधा-कृष्ण का दिव्य श्रृंगार, देखें तस्वीरें
गोपाल मंदिर में दोपहर 12 बजे राधा-कृष्ण की ऐतिहासिक गहनों से श्रृंगार के बाद महाआरती हुई. महापौर शोभा सिकरवार और नगर निगम कमिश्नर ने भगवान राधा कृष्ण को करोड़ों के कीमती गहने सजाए.
मंदिर की स्थापना 1921 में ग्वालियर रियासत के तत्कालीन शासक माधवराव सिंधिया प्रथम ने करवाई थी. तब से लेकर अब तक जन्माष्टमी का आयोजन गोपाल मंदिर में भव्य और दिव्य तरीके से किया जाता है.
ग्वालियर का प्राचीन गोपाल मंदिर सिंधियाकालीन होने के कारण अलग सांस्कृतिक विरासत रखता है. सिंधिया रियासत के समय से भगवान का पुखराज, हीरा, माणिक नीलम से दिव्य श्रृंगार किया जाता रहा है.
जन्माष्टमी के मौके पर गोपाल मंदिर में 24 घंटे का उत्सव मनाया जा रहा है. सिंधिया रिसायतकालीन के 101 साल पुराने मंदिर में राधा कृष्ण की प्रतिमाएं हैं.
फूलबाग स्थित गोपाल मंदिर भक्तों की आस्था का बड़ा केंद्र माना जाता है. भगवान का दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु गोपाल मंदिर पहुंच रहे हैं. मंदिर की सुरक्षा में 100 से अधिक पुलिस बल का पहरा लगाया गया है.