जमशेदपुर से उड़ान भरने के बाद लापता ट्रेनी प्लेन का नहीं चला पता, अब इंडियन नेवी पर है आस
जमशेदपुर में दो पायलटों के साथ उड़े ट्रेनी प्लेन का 24 घंटे बाद भी सुराग नहीं मिल पाया है. सूत्रों के अनुसार आखिरी बार ट्रेनी प्लेन का सिग्नल चांडिल क्षेत्र में देखा गया था. जमशेदपुर और सरायकेला प्रशासन ट्रेनी प्लेन और दो पायलटों की खोज में लगा हुआ है.
सर्च में जुटी एनडीआरएफ की टीम को सरायकेला से लेकर पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले तक किसी भी जंगल में क्रैश हुए प्लेन का मलबा नहीं मिला है. जानकारी के अनुसार एनडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन चांडिल डैम में शुरू किया.
एनडीआरएफ की टीम सफलता हाथ नहीं लगने के बावजूद लगातार प्रयासों में जुटी हुई है. लापता ट्रेनी प्लेन की खोज के लिए अधिकारियों ने अब इंडियन नेवी और चीता की टीम से सहायता मांगी है. आपको बता दें कि हजारों एकड़ में फैला चांडिल डैम लगातार बारिश के बाद लबालब भरा हुआ है.
अनुभवी ग्रामीणों का कहना है कि चांडिल डैम की मौजूदा हालात को देखकर लापता विमान को ढूंढना आसान नहीं होगा. बताया गया है कि एनडीआरएफ की टीम के पास सोनार सिस्टम नहीं है. सोनार सिस्टम पानी की गहराइयों में ढूंढने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
जवान डाइविंग कर लापता ट्रेनी प्लेन को खोजने का प्रयास कर रहे हैं. हादसे की आशंका को देखते हुए जमशेदपुर और सरायकेला प्रशासन ने इंडियन नेवी से मदद की गुहार लगाई है. पुलिस प्रशासन की अलग-अलग टीमों ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया तक कोशिश की. जमशेदपुर में मंगलवार को सोनारी हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद दो सीटर ट्रेनी प्लेन लापता हो गया था.