Jammu Kashmir Flood: जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के बाढ़ जैसे हालात, जनजीवन अस्त-व्यस्त, देखें तस्वीरें
जम्मू कश्मीर के रामबन और उधमपुर जिलों में हुए भूस्खलन के चलते राजमार्ग को बुधवार को लगातार दूसरे दिन बंद करना पड़ा और इस वजह से सैंकड़ों वाहन फंस गए. जम्मू क्षेत्र के पुंछ और राजौरी जिलों को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले से जोड़ने वाले वैकल्पिक मार्ग मुगल रोड को भी भूस्खलन के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है.
जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है, जिसके चलते रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक निर्माणाधीन पुल की शटरिंग और 150 फुट का एक भाग पानी में बह गया.
पुलिस ने बताया कि पुल का दूसरा हिस्सा सुरक्षित है. जिसका इस्तेमाल आमतौर पर यातायात के लिए किया जाता है. उधमपुर जिले में उधमपुर कस्बे से लगभग 16 किलोमीटर दूर तोलडी नाला के निकट जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग का 150 फुट भाग बह गया. तवी नदी में अचानक आई बाढ़ में बह गए सड़क के हिस्से को ठीक करने का काम जारी है.
एक यातायात अधिकारी ने कहा, ''आज सड़क खुलने की संभावना कम है. किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. रामबन जिले में कई स्थानों पर पत्थर गिरने और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग अवरुद्ध है.''
इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि रामबन जिले में एक घर ढह गया. हालांकि इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. उनके मुताबिक, रियासी जिले में अंस नदी में आए सैलाब के कारण पांच लोग फंस गए थे, जिन्हें पुलिस ने बचा लिया. डोडा जिला प्रशासन ने पर्वतीय जिले के कई इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया है.
श्रीनगर स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, जून में सबसे ठंडा दिन 2015 में दर्ज किया गया था जब अधिकतम पारा 15.2 डिग्री सेल्सियस रहा था. जम्मू में मौसम केंद्र के मुताबिक, किश्तवाड़ जिले में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है जिससे हवाई और सड़क यातायात बाधित हो सकता है.
श्रीनगर में अधिकारियों ने बताया कि पिछले चार दिन से हो रही भारी बारिश के कारण कश्मीर में अधिकांश जलाशयों में जलस्तर बढ़ गया है. अनंतनाग जिले के संगम में झेलम नदी बुधवार को खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई. अधिकारियों ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है.