दिल्ली में प्रदूषण पर घमासान, BJP-Congress के आरोपों पर गोपाल राय का पलटवार, किसने क्या कहा?
दिल्ली में हर साल प्रदूषण को लेकर सियासत भी खूब होती है जहां एक तरफ सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी की लगातार एक्शन मोड में है तो दूसरी तरफ कांग्रेस और बीजेपी प्रदूषण को लेकर आम आदमी पार्टी पर जमकर हमलावर नजर आने लगी हैं.
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में प्रदूषण कई इलाकों में तो यह 400 के पार पहुंच गया है. इस मुद्दे पर बीजेपी आम आदमी पार्टी को घेरने की कोशिश कर रही है. बीजेपी नेताओं का कहना है कि दिल्ली वाले इस वक्त दोहरी मार झेल रहे हैं. एक तरफ वायु प्रदूषण चरम पर है तो दूसरी तरफ यमुना का पानी जहर के समान हो गया है.
कांग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी से सवाल पूछने में पीछे नहीं है. दिल्ली कांग्रेस नेता देवेंद्र यादव ने कहा कि कब तक दिल्ली वाले गैस चैंबर जैसी स्थिति का सामना करेंगे. वह टूटी सड़के, धूल से प्रदूषण, परली आदि जैसे मुद्दों को सामने लाकर आम आदमी पार्टी को आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले घेरने की कोशिश की जा रही है.
दूसरी तरफ सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी लगातार प्रदूषण को लेकर बैठकें कर रही है. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय उच्च स्तरीय बैठकों में अलग-अलग तरह से इस विषय पर चर्चा कर रहे हैं.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने प्रदूषण को लेकर बैठक की, जिसके बाद कहा कि कई सारी वजहें जिसकी वजह से प्रदूषण बढ़ रहा है. पहली वजह मौसम है. मानसून की वापसी के बाद हवा की गति धीमी हो जाती है. तापमान कम हो जाता है. बारिश नहीं होती. ऐसे में प्रदूषण के कारक हवा में तैरने लगते हैं.
गोपाल राय के मुताबिक 13 हॉट स्पॉट ऐसे हैं, जहां पर प्रदूषण का स्तर काफी ज्यादा रहता है. उन जगहों पर प्रदूषण कंट्रोल करने के लिए खासतौर पर ध्यान दिया जा रहा है. इन जगहों के लिए खास निर्णय भी लिए गए हैं. प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए एक कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाई गई है, जिसका हेड MCD का DC होगा, जो स्थिति को मॉनिटर करेगा. हॉट स्पॉट पर 80 मोबाइल एंटी स्मॉग गनें लगाई गई हैं.
दिल्ली में प्रदूषण को लेकर सालों से सियासी दलों के बीच सियासी उठापटक जारी है. जबकि प्रदूषण की वजह से दिल्ली वालों के लिए सांस लेना भी दूभर हो गया है. हर साल बड़ी संख्या में लोग बीमार होते हैं. प्रदूषण के कारण जो सेहत पर असर हो रहा है, उसकी वजह से लोगों के लिए साल के यह चंद महीने गुजारना बहुत मुश्किल हो जाता है.