Delhi Election Results 2025: भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए सभी AAP नेता चुनाव हारे, क्या है जनता का संदेश?
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन चुनाव हार गए हैं. इन नेताओं को जनता ने नकार दिया. ये वही नेता हैं, जिन्होंने ‘आप’ को खड़ा किया और दिल्ली में तीन बार सरकार बनाई. चुनाव में दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज भी हार गए हैं.
दिल्ली की जनता ने भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए आप नेताओं को नकार कर ये संदेश दे दिया कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार मंजूर नहीं है. दिल्ली की राजनीति में आज बड़ा उलटफेर हुआ है. आम आदमी पार्टी (आप), जो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर बनी थी, आज उसी भ्रष्टाचार के कारण जनता का भरोसा खो बैठी.
आम आदमी पार्टी ने 2013 में कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाकर राजनीति में एंट्री की थी. अरविंद केजरीवाल ने 2011 में अन्ना आंदोलन के दौरान जनता के बीच ईमानदार नेता की छवि बनाई. लेकिन समय के साथ उनकी पार्टी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे.
2023 में जब दिल्ली सरकार के शराब नीति घोटाले का मामला सामने आया, तो इसने पूरी पार्टी की साख को झकझोर कर रख दिया. मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने गिरफ्तार किया. सत्येंद्र जैन पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में थे. बाद में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी ईडी और फिर बाद में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में चुनाव से पहले केजरीवाल ने कहा था कि जनता तय करेगी कि वह भ्रष्ट हैं या नहीं. अब चुनाव नतीजों ने साफ कर दिया कि जनता ने उन्हें भ्रष्ट मान लिया. तीनों बड़े नेता चुनाव हार गए. ‘आप’ का वोट बैंक भी खिसक गया. जनता ने उन नेताओं को नकार दिया, जिन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे थे.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि ‘आप’ के लिए यह हार सिर्फ चुनावी हार नहीं, बल्कि उसके अस्तित्व पर भी बड़ा सवाल है. पार्टी की पूरी नींव ईमानदारी पर रखी गई थी. लेकिन अब जब उसके सबसे बड़े चेहरे ही भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे हैं, तो जनता ने उनसे दूरी बना ली.केजरीवाल ने जेल जाने से पहले कहा था कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. लेकिन अब जब जनता ने उन्हें और उनकी पार्टी को खारिज कर दिया, तो ‘आप’ के लिए भविष्य अंधकार में दिख रहा है.