Bastar Rain: बस्तर में किसानों पर टूटा बेमौसम बारिश का कहर, ओलावृष्टि से फसल बर्बाद, 48 घंटों का अलर्ट जारी
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में भी गुरुवार को हुई तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई. दोपहर बाद अचानक आए मौसम में बदलाव की वजह से बस्तर जिले के साथ-साथ संभाग के 4 जिलों में जमकर बारिश हुई और कई जगहों पर ओले भी गिरे. खासकर बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में बारिश ने जमकर कहर बरपाया.
वहीं इस बारिश की वजह से सैकड़ों किसानों के खड़ी फसल खराब होने का भी अंदाजा लगाया जा रहा है. दरअसल मार्च महीने में बस्तर के कई किसानों ने अपने खेतों में तरबूज लगाया था, लेकिन ओलावृष्टि होने से तरबूज की फसल पूरी तरह से खराब हो गई.
साथ ही अन्य मौसमी सब्जी के फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गये. वहीं मौसम विज्ञानी ने बस्तर संभाग में अगले 48 घंटों का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान संभाग के कुछ जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी भी दी गई है.
मौसम विज्ञानी एसपी चंद्रा से मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात का असर पूरे छत्तीसगढ़ में देखने को मिल रहा है और इससे दक्षिण बस्तर भी अछूता नहीं है. बुधवार से ही मौसम में बदलाव आने की वजह से रात को हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन गुरुवार दोपहर बाद अचानक मौसम में आए बदलाव की वजह से बस्तर संभाग के कई जिलों में ओलावृष्टि हुई.
लगभग डेढ़ से 2 घंटे तक हुई झमाझम बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. साथ ही कई किसानों के फसल भी बर्बाद हो गए. खासकर बीजापुर, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले में कुछ देर तक हुई बारिश ने जमकर तबाही मचाई.
मौसम वैज्ञानी ने बताया कि पश्चिमी द्रोणिका के प्रभाव के चलते प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर अगले 20 मार्च तक जारी रहेगा. शहरी इलाकों में तापमान गुरुवार सुबह से ही गिर गया. वहीं अगले 20 मार्च तक हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई जा रही है.
इसके साथ ही कई जगहों पर येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. अगले 48 घंटों में बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा बस्तर जिले में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया. साथ ही मौसम विज्ञानी ने ओलावृष्टि भी होने की पूरी संभावना जताई है.
गुरुवार दोपहर बाद अचानक हुई तेज बारिश से किसानों को भी अपने फसलों को संभालने का मौका नहीं मिला. मार्च महीने में लगाये जाने वाले मौसमी सब्जियों के साथ-साथ तरबूज भी ओलावृष्टि की वजह से खराब हो गए. खासकर जिले के बस्तर ब्लॉक के किसानों को और तोकापाल के साथ-साथ बकावंड इलाके के किसानों को भी इस ओलावृष्टि से उनके फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है.