Chhattisgarh: वन विभाग की नाक के नीचे कट रहे सैंकड़ों पेड़! देखें 'उजड़ते जंगल' की तस्वीरें
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज में सैकड़ों पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है और पेड़ कटाई का आरोप वन विभाग के ही कर्मचारी पर लगा है. दरअसल बलरामपुर जिले के सेमरसोत अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगल में सैकड़ों हरे भरे पेड़ काट दिए गए हैं और पेड़ काटने की वजह जंगल में बांध निर्माण बताया जा रहा है.
अब सवाल ये उठ रहा है की अभ्यारण्य क्षेत्र में पेड़ों की कटाई करना प्रतिबंधित है. बावजूद इसके काफी ज्यादा मात्रा में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई किसने की. जंगल में हुए इस पेड़ कटाई का खुलासा तब हुआ. जब राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंहदेव को किसी ने जानकारी दी कि बांध निर्माण के लिए हरे भरे पेड़ काटकर जंगल को उजाड़ा जा रहा है. इस सूचना पर धीरज सिंह मौके पर पहुंचे. जहां वाकई में सैंकड़ों पेड़ कटे मिले.
दरअसल, जिले के सेमरसोत अभ्यारण्य में सामान्य मद से वन्य प्राणियों के लिए पानी की व्यवस्था करने 20 लाख की लागत से मिट्टी बांध का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. लेकिन उक्त कार्य में संलग्न परिक्षेत्र सहायक विजयनाथ तिवारी पर सेमरसोत अभ्यारण्य में सैकड़ों हरे भरे पेड़ों की कटाई कराने का आरोप लग रहे हैं. जबकि अभ्यारण्य क्षेत्र में पेड़ों को काटने पर प्रतिबंध है. बावजूद इसके सेमरसोत अभ्यारण्य में विभागीय कर्मचारी पर ही पेड़ों को कटवा कर जंगल को उजाड़ने का गंभीर आरोप पर विभाग ने अब तक किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की है.
बता दें कि बलरामपुर-रामानुजगंज जिले से होकर गुजरने वाली नेशनल हाईवे 343 से लगे सेमरसोत अभ्यारण्य क्षेत्र के ग्राम दलधोवा के करीब जंगल में बांध निर्माण के लिए हरे भरे पेड़ों की कटाई की सूचना मिलने पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंहदेव मौके पर पहुंचे थे. तब सैकड़ों पेड़ कटे हुए मिले. सांसद प्रतिनिधि धीरज सिंह देव ने इस मामले की जानकारी वन विभाग के आला अधिकारियों को दी. लेकिन विभाग ने अब तक इस मामले पर ना कोई जांच की, ना ही कोई कार्रवाई की है.
इस मामले परिक्षेत्र सहायक विजयनाथ तिवारी ने जंगल से लकड़ी कटने की बात से साफ इनकार कर दिया. पहले तो कहा ऐसा कुछ नहीं है. फिर बाद में कहते हैं हम आपके कोई जानकारी नहीं दे सकते. इसके लिए हम अधिकृत नहीं है. इधर सेमरसोत अभ्यारण्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बलरामपुर के गेम रेंजर डीपी सोनवानी का कहना है अभी मैं बाहर हूं. पेड़ों की कटाई का वीडियो मिला है. वापस आने के बाद जांच किया जाएगा. जो भी दोषी होगा, चाहे वो दरोगा हो, या कोई और उसपर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी.