Durg News: Devbaloda Festival में दिखेगी पारंपरिक कला और संस्कृति की छटा, दो साल बाद होगा भव्य आयोजन
Durg News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के प्राचीन मंदिर शिव मंदिर (Shiv Mandir) में इस बार देवबलौदा महोत्सव (Devbaloda Festival) के दौरान पारंपरिक कला और संस्कृति छटा दिखाई देगी. जिसको लेकर भिलाई चरोदा नगर निगम के महापौर निर्मल कोसरे ने स्थानीय नागरिकों से इस महोत्सव को और बेहतर तरीके के मानने के लिए सुझाव मांगे है.
दरअसल कोरोना काल की वजह से लगातार दो सालों से महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर देवबलौदा महोत्सव नहीं मनाया गया था. वहीं इस कोरोना के संक्रमण कम होने की वजह से इस बार देवबलौदा महोत्सव मनाया जाएगा. इस बार देवबलौदा महोत्सव को भव्य बनाने के लिए भिलाई चरोदा नगर निगम के महापौर निर्मल कोसरे खुद मैदान पर उतर कर देवबलौदा के नागरिकों से सलाह मशवरा कर रहे है और लोगो से मार्गदर्शन ले रहे है.
गौरतलब है कि नगर निगम भिलाई – चरोदा द्वारा देवबलोदा में स्थित कल्चुरी कालीन शिव मंदिर की पहचान को विस्तारित करने के उद्देश्य से महाशिवरात्रि पर दो दिनों का महोत्सव मनाया जाता है. इस दौरान छत्तीसगढ़ी कला और संस्कृति को मंच प्रदान किया जाता है. वहीं यहां पर शिवरात्रि के दिन परम्परागत मेला भी लगता है. कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से देवबलोदा महोत्सव का आयोजन नहीं हो सका है. इस दौरान परम्परागत मेला के आयोजन को भी स्थगित रखा गया था.
इस प्राचीन शिव मंदिर की खास बात ये है कि इस मंदिर का शिवलिंग स्वयं ही भूगर्भ से उत्पन्न हुआ है. इस मंदिर का निर्माण कलचुरी युग में 12वीं 13 वीं शताब्दी में हुआ है. बताया जाता है कि इस मंदिर का निर्माण एक ही व्यक्ति ने छमासी रात में किया था. ये पूरा मंदिर एक ही पत्थर से बना हुआ है और इस मंदिर का गुम्बबत आधा है.
1 मार्च को महाशिवरात्रि के दिन इस मंदिर में अल सुबह से लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा करने के लिए लाइन लगाते हैं. इस दो दिनों तक चलने वाले महोत्सव में छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कला और संस्कृति की छटा दिखाई देगी. भिलाई नगर निगम इस महोत्सव को बेहतर रूप से मनाने के लिए तैयारी में जुटी है.