Kakolat waterfall: आपका दिल खुश कर देगा कुदरत का ये नजारा, तस्वीरों में देखें बाढ़ के बाद ककोलत जलप्रपात की झलक
बिहार का छोटा कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत जलप्रपात में बीते बुधवार (22 मई) को अचानक बाढ़ आ गई. लेकिन इससे कुछ भी नुकसान नहीं हुआ है. कुंड का जलस्तर करीब 5-6 फुट ऊपर आ गया है.
सैलाब की गर्जना सुनकर वहां काम कर रहे कर्मी नीचे भाग आए. किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ है. बताया जाता है कि इस निर्माण के लिए रखी गई कई सामग्रियां सैलाब में बह गई और फिर बाद में सामान मिल गया.
जलप्रपात में अचानक तेज बारिश के कारण काफी बाढ़ आ गई थी. फिलहाल इस समय ककोलत में काम चालू है. वन विभाग के डीएफओ संजीव रंजन ने बताया जून में ककोलत परिसर का उद्घाटन संभावित है. इससे पूर्व यहां सभी काम पूरा कर लिया जाएगा. तेज बारिश आने से कोई ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.
पानी का लेवल कम होते ही कर्मियों ने सामान को खोज लिया. बालू, सीमेंट, पत्थर, पट्टियों आदि को सैलाब बहा ले गया था. दरअसल बुधवार की रात और गुरुवार की सुबह बारिश होने से जलप्रपात में सैलाब आया था.
बारिश समाप्त होते ही दोबारा वहां काम शुरू कर दिया जाएगा. बारिश के मौसम में अक्सर ककोलत में सैलाब आता रहता है. जिससे कुछ न कुछ नुकसान होता ही है. अब अंतिम चरण में पूरा निर्माण है. निर्माण होते ही आम लोगों के लिए प्रवेश को खोल दिया जाएगा.इस समय कार्य जारी है.
निर्माण कार्य के कारण यहां लोगों के प्रवेश पर पहले से ही पाबंदी है. कोई भी स्नान करने के लिए यहां नहीं आ सकता. पूरी तरह से इसे बंद कर दिया गया है और श्रद्धालुओं का आवागमन पूरी तरह बंद है.
वर्तमान में तीसरे चरण में सीढ़ियां, रेलिंग, सुरक्षा दीवार आदि का निर्माण किया जा रहा है. सरकार द्वारा इसके लिए 6.76 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है. इससे पूर्व दो चरणों में 14.85 करोड़ की राशि से रॉक स्टैबलाइजेशन, मुख्य द्वार का निर्माण, सैलानियों के लिए आकर्षक कुंड परिसर का निर्माण, पौराणिक मंदिर का सौंदर्यीकरण, कल्वर्ट का निर्माण, कुंड के किनारे पैदल पथ का निर्माण, टायलेट का निर्माण कराया गया.