Asia Cup से बाहर होने की कगार पर क्यों खड़ी है टीम इंडिया, कहां हुई गलतियां? जानें 5 बड़ी वजह
प्लेइंग इलेवन चुनने में गलती: सुपर-4 के दोनों मुकाबलों में दिनेश कार्तिक की जगह ऋषभ पंत को खिलाया गया जबकि हालिया प्रदर्शन देखा जाए तो पंत के मुकाबले कार्तिक बेहद जबरदस्त लय में थे. ऋषभ पंत दोनों ही मैचों में कोई असर नहीं छोड़ पाए. इसके अलावा ग्रुप स्टेज में लगातार दो जीत के बाद सुपर-4 राउंड के इन मैचों में गैरजरूरी बदलाव किए गए. आवेश खान बीमारी के चलते और रविंद्र जडेजा चोट के चलते बाहर हुए थे, इनकी जगह दीपक चाहर और अक्षर पटेल जैसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सकता था लेकिन इसके उलट दूसरे विकल्प चुने गए.
स्क्वाड में होने चाहिए थे चार पेसर: टीम इंडिया ने अपनी 15 सदस्यीय स्क्वाड में महज तीन तेज गेंदबाज रखे थे. आवेश खान के चोटिल होने के बाद केवल भुवनेश्वर और अर्शदीप ही बचे रह गए. हार्दिक को चौथे गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया लेकिन वह सुपर-4 राउंड में कारगर साबित नहीं हुए. टीम में इन तीन तेज गेंदबाजों के साथ ही दीपक चाहर या मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों को शामिल किया जा सकता था.
मिडिल ऑर्डर की फ्लॉप बल्लेबाजी: सुपर-4 के दोनों मुकाबले में टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर पूरी तरह से फ्लॉप रहा. सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और दीपक हुडा कुछ खास नहीं कर सके. पंत औ पांड्या का शॉट सिलेक्शन भी बेहद खराब रहा. ये बल्लेबाज परिस्थिति के मुताबिक रन नहीं बना पाए.
बड़े मौकों पर मिसफील्डिंग: पाकिस्तान के खिलाफ अर्शदीप ने अहम मौके पर कैच गंवाया था और श्रीलंका के खिलाफ ऋषभ पंत मैच की आखिरी गेंद पर रनआउट चूक गए. ये दोनों मौके अगर भूना लिए जाते तो नतीजे कुछ और हो सकते थे.
लगातार प्रयोग: टीम इंडिया की बैक टू बैक हार का एक कारण यह भी हो सकता है. टीम इंडिया पिछले कुछ समय से लगातार प्रयोग कर रही है. बारी-बारी से खिलाड़ियों को मौका देने से लेकर अलग-अलग टीम कॉम्बिनेशन भी ट्राय किया जा रहा है. बल्लेबाजी क्रम के साथ भी काफी फेरबदल होते रहे हैं. एशिया कप में भी यह जारी है. संभव है कि इन फेरबदल से टीम इंडिया कुछ हद तक डिस्टर्ब हुई है.