Birthday Special: 'कैप्टन कूल' धोनी का 'टीटीई' से 'वर्ल्ड चैंपियन' तक का सफर
आईपीएल टी-20 में भी धोनी ने अपनी कप्तानी में खुब धमाल मचाया और चेन्नई सुपरकिंग को लागातार दो बार चैंपियन बना कर कैप्टन कूल ने साबित कर दिया कि वो क्रिकेट के हर फॉर्मेट में एक सफल कप्तान हैं.
टीम इंडिया के 'कैप्टन कूल' महेंद्र सिंह धोनी आज 35 साल के हो गए हैं. धोनी ना केवल भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बल्कि दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. आज धोनी के जन्मदिन के खास मौके पर जानते है उनके क्रिकेटिंग करियर के कुछ शानदार लम्हों के बारे में जो उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक 'महान' खिलाड़ी बनाता है.
टीम इंडिया में आने से पहले भारतीय रेलवे में बतौर टीटीई कार्यरत थे. बेहद आम परिवार से ताल्लुक रखने वाले धोनी ने घर का खर्चा चलाने के लिए रेलवे में 2001 से 2003 तक टीटीई की नौकरी भी की. इसके 2 साल बाद ही वह टीम इंडिया में आ गए.
टीम इंडिया में 'माही' के नाम से मशहुर टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने अपनी कप्तानी में टीम को हर वह मुकाम हासिल कराया जो हर क्रिकेटर के लिए एक सपने जैसा होता है.
सबसे पहले बात करते है धोनी की टीम इंडिया में एंट्री की धोनी साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया था. जबकि टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ 2005 में मैदन पर उतरे थे.
धोनी को टीम इंडिया की कमान साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड के दौरान मिली और धोनी ने अपनी कप्तानी में पहली बार आयोजित हुई टी-20 वर्ल्डकप का खिताब जीत कर इतिहास रच दिया तब से लेकर धोनी कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.
धोनी की कप्तानी में ही टीम इंडिया टेस्ट और वनडे रैंकिंग No-1 का मुकाम हासिल किया था.
साल 2011 में धोनी ने वह कारनामा कर दिखाया जिसके लिए क्रिकेट फैंस 27 सालों से इंतजार कर थे. 50 ओवर के वर्ल्ड कप का खिताब जीता कर धोनी ने सबका दिल भी जीत लिया.
इसके अलावा एशिया कप, चैपिंयंस ट्रॉफी, और विदेशी सरजमी पर विरोधियों को हरा कर हर वह मुकाम हासिल किया जो हर क्रिकेट खिलाड़ी के सपने का साकार होने जैसा होता है.