क्रिकेट के इतिहास में भारत-पाक के खिलाडियों के बीच हुए इस फाइट कभी नहीं भुलाया जा सकता
चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में भारत और पाकिस्तान चार जून को एक दूसरे के खिलाफ भिड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. 22 गज के इस LoC पर जब दोनों टीमें एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर उतरती हैं तो फैंस की भावनाएं और उफान पर आ जाती हैं.
इंडिया और पाकिस्तान चाहे जंग में एक दूसरे के सामने हों या फिर क्रिकेट के मैदान पर, दोनों के बीच का तनाव अपने चरम पर होता है. दोनों देशों के खिलाड़ी और फैंस मैच के दौरान ऐसे पेश आते हैं जैसे कि वो जंग लड़ने आए हैं.
भारत-पाक मुकाबले के दौरान ऐसी ही कुछ लड़ाई क्रिकेट मैदान पर भी देखने को मिली है. गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह से लेकर इशांत शर्मा के बीच पाकिस्तान के खिलाफ ऐसी ही कुछ फाइट देखने को मिली है, जिन्हें क्रिकेट हिस्ट्री में कभी भुलाया नहीं जा सकता है.
वीरेंद्र सहवाग vs शोएब अख्तर 2003: मुलतान के सुलतान कहे जाने वाले वीरेंद्र सहवाग के मजाकिया अंदाज से हर कोई वाकिफ है. मजाक-मजाक में ऐसा ही एक नोक-झोक रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहुर शोएब अख्तर के साथ देखने को मिला. साल 2003 के वर्ल्ड के दौरान शोएब अख्तर वीरेंद्र सहवाग को एक के बाद एक बाउंसर फेंके जा रहे थे, ताकि वो शॉट खेलें और आउट हो जाएं. शोएब की इस हरकत से परेशान होकर सहवाग शोएब के पास गए और बोले कि ऐसी ही गेंद वे सचिन को डालकर दिखाए. अगली गेंद पर स्ट्राइक सचिन के पास था और लंबे रनअप के साथ शोएब वैसी गेंद फेंकी जैसा सहवाग ने कहा था. सचिन इस गेंद को पहले ही भांप गए और उस गेंद पर शानदार छक्का जड़ दिया. इसके बाद सहवाग ने शोएब से कहा 'बाप बाप होता है बेटा बेटा होता है'
गौतम गंभीर vs शाहिद अफरीदी 2007: टीम इंडिया के यंग्री मैन कहे जाने गौतम गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच हुई फाइट को भला कौन भूल सकता है. साल 2007 में खेले गए एक मुकाबले के दौरान सिंगल लेते हुए गंभीर अफरीदी से टकरा गए. इसके बाद दोनों के बीच बुरी तरह नोक-झोंक देखने को मिला. अंपायर के रोकने के बावजूद ये दोनों एक दूसरे को गालियां देते रहे. आखिरकार मैच के बाद दोनों खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया गया.
गौतम गंभीर vsकामरान अकमल 2010: साल 2010 के ऐशिया कप में गंभीर का भिड़ंत कामरान अकमल के साथ हुआ. विकेट के पीछे खड़े अकमल बार-बार आउट की अपील करने के कारण गंभीर अपना आपा खो बैठे. बिना वजह के अपील से गंभीर इतना परेशान हो क्या वे सीधे अकमल के पास जा पहुंचे और उसे चुप रहने की सलाह दे दी. मामला और बिगड़ पाता इससे पहले मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों ने दोनों को शांत करवाया.
हरभजन सिंह vs शोएब अख्तर 2010: साल 2010 के ऐशिया कप के ही दौरान हरभजन सिंह और शोएब अख्तर के बीच तीखी बहस देखने को मिली थी. वाक्या यह था कि टीम इंडिया को 7 गेंदों में 7 रनों की दरकार थी. दबाव भरे इस माहौल में शोएब ने हरभजन सिंह उकसाने की कोशिश कि, जिसके बाद दोनों के बीच मैदान पर ही बहस होने लगी. आखिरी ओवर डालने आए मोहम्मद आमीर की गेंद पर शानदार छक्का जड़कर टीम को जीत दिलाते हुए हरभजन ने शोएब को करारा जबाव दिया.
इशांत शर्मा vs कामरान अकमल 2012: टीम इंडिया के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और कामरान अकमल के बीच साल 2012 में हुए उस गर्मागरम बहस कैसे भुलाया जा सकता है. दरअसल स्टाइक एंड पर बल्लेबाजी कर रहे कामरान इशांत की गेंद पर आउट हो गए लेकिन अंपायर ने उस गेंद को नो बॉल करार दिया जिसकी वजह कामरान आउट नहीं हुए. इसके बाद कामरान ने इशांत का मजाक उड़ाते हुए कुछ कमेंट किया जिसके बाद चिल्लाते हुए दोनों एक दुसरे से भिड़ गए थे.