RECORD: 68 साल बाद जाकर किसी 'इंग्लिश बल्लेबाज़' ने रचा इतिहास
इंग्लैंड के कीटन जेनिंग्स ने डेब्यू मैच में शानदार शतक जड़कर अपने टेस्ट कैरियर की स्वप्निल शुरूआत की और उनका कहना है कि भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन ही तिहरे अंक तक पहुंचना ‘सपने का साकार’ होना है.
उन्हें सीरीज के बीच में इंग्लैंड ने टीम में शामिल किया. जोहानिसबर्ग में जन्में इस 24 वर्षीय बल्लेबाज ने 112 रन की पारी खेली जिससे इंग्लैंड ने स्टंप तक पांच विकेट गंवाकर 288 रन बना लिए.
इसके साथ ही जेनिंग्स ने अपने नाम एक ऐसा रिकॉर्ड शुमार कर लिया है जो कि पिछले 68 सालों में कोई भी और इंग्लैंड का बल्लेबाज़ नहीं कर पाया.
इंग्लैंड के लिए अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में विदेशी सरज़मीं पर शतक पूरे 68 साल बाद कीटन जेनिंग्स के बल्ले से आया है.
इससे पहले साल 1948 में आखिरी बार बिली ग्रिफिथ ने अपने डेब्यू टेस्ट की पहली पारी में पोर्ट ऑफ स्पेन में 140 रन बनाए थे. जिसके बाद से कोई भी अन्य इंग्लिश बल्लेबाज़ विदेशी मैदान पर ये कारनामा नहीं कर पाया.
अपनी इस शानदार पारी के बाद जेनिंग्स ने कहा, ‘‘आज(गुरूवार) सुबह उठने के बाद अगर कोई मुझसे कहता कि तुम टेस्ट मैच का शतक बना लोगे तो मैं उसकी बात खारिज कर देता. मैं सुबह पांच बजे उठा, मुझे लगा कि मेरी बस छूट जायेगी. इसलिये मैं तेजी से बिस्तर से उठा और फिर मैंने समय देखा. लेकिन आज की पारी सपने के सच होने जैसी है और सबसे अहम बात है कि यह डेब्यू मैच में बना है.’’
जेनिंग्स ने कहा, ‘‘शुक्र है कि गेंद उसके हाथ से लगी और बाहर निकल गयी. मैं थोड़ा भाग्यशाली रहा लेकिन मुझे लगता है कि खेल कभी कभार इसी तरह चलता है. मैं शुक्रगुजार हूं कि आज का दिन ऐसा बीता. जब गेंद गली में उछली थी तो मेरा दिल तेजी से धड़कने लगा था और मैंने सोचा कि मैं पहली ही पारी में शून्य पर आउट हो जाउंगा. लेकिन शुक्र है कि ऐसा नहीं हुआ और यह मैदान पर चली गयी.’’ वह जब 10 रन पर थे, तो भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर भारत की रिव्यू की अपील से भी बच गये.
उन्होंने कहा, ‘‘उस समय मुझे लगा कि यह करीबी था लेकिन जब मुझे नॉट आउट दिया गया तो मैंने सोचा कि यह लाइन से थोड़ा बाहर हो गयी होगी. शुक्र है कि फैसला मेरे हक में रहा.’’