देश की प्रीमियम शताब्दी ट्रेनों का किराया जल्द हो सकता है सस्ता
आखिर में रेलवे ने वादा करते हुआ कहा, जल्द ही 'फ्लेक्सी फेयर स्कीम' भी रिव्यू की जाएगी.
रेलवे ने बताया कि कोलकाता शताब्दी के न्यू जलपाईगुड़ी से मालदा और मुंबई शताब्दी के अहमदाबाद से बड़ौदा के लिए तैयार है. जिनके किराए में रेलवे कटौती कर चुका है और ट्रायल के तौर पर चलाया रही हैं.
रेलवे अधिकारी के मुताबिक, पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिन दो ट्रेनों का किराया कम किया गया है. उनका किराया रोडवेज बस के सामान हैं.
बता दें कि रेलवे देश भर में 45 शताब्दी ट्रेनें चलाता है जो देश के सबसे तेज ट्रेन भी है.
यह सराहनीय कदम ऐसे समय उठाया गया है जब भारतीय रेल 'फ्लेक्सी फेयर सिस्टम' लागू करने की वजह से आलोचनाएं झेल रहा है. इस प्रोजेक्ट से शताब्दी, राजधानी और दुरंतो जैसी ट्रेनों का किराया काफी बढ़ गया है.
इससे पहले जिन दो ट्रेनों का किराया कम किया गया था उनमें चेन्नई से मैसूर और दिल्ली से अजमेर के रुट वाली शताब्दी ट्रेनें थी.
इसे देखते हुए रेलवे ने अपने संसाधनों का अच्छा इस्तेमाल करने जा रहा है. जिसके लिए अब ऐसी ही 25 शताब्दी ट्रेनों का किराया कम करेगा. ऐसा सब कुछ पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किया जा रहा है.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, रेलवे अधिकारी ने बताया कि जहां पायलट स्कीम लागू की गई थी वहां कमाई में 17 प्रतिशत का उछाल आया और यात्रियों की संख्या भी 63 प्रतिशत बढ़ी.
यह सब इसलिए भी हो रहा है कि आखिरी पंक्ति के लोग अब आसानी से इन ट्रेनों का सफर कर सके. जिससे कि लोगों की परेशानी कम हो जाए साथ ही रेलवे की पहुंच भी बढ़ सके.
ट्रेन यात्रियों के लिए अच्छी खबर आई हैं. अब सभी यात्रियों के लिए प्रीमियम शताब्दी ट्रेनों का किराया कम करने की तैयारियां की जा रही हैं. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे ने इससे पहले पायलट प्रोजेक्ट के तहत दो ट्रेनों का किराया घटाया था.