कांग्रेस महाधिवेशन में पहली बार अध्यक्ष के तौर पर बोले राहुल, ये रहीं बड़ी बातें
राहुल ने पार्टी में युवाओं को प्रमुखता देने का जिक्र करते हुए संकेत दिया कि वो वरिष्ठ नेताओं को भी नजरअंदाज नहीं करेंगे. इसी बीच उन्होंने सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, सिद्धारमैया का जिक्र करते हुए आगे कहा, ''युवाओं को जोड़ने पर मेरा जोर है लेकिन कांग्रेस अनुभवी नेताओं के बिना आगे नहीं बढ़ सकती. यही कांग्रेस की ताकत है.'
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी ने बताया कि ये महाधिवेशन सिर्फ और सिर्फ बदलाव के लिए है. बदलाव से उनका इशारा संगठन से लेकर सरकार बदलने तक से था.
राहुल ने अपनी बात का समापन करते हुए कहा, ''हाथ का प्रतीक कांग्रेस पार्टी का प्रतीक है. यह एक प्रतीक है जो देश को एक साथ रखता है, हमें रास्ता दिखाता है और यही हाथ भारत देश को आगे बढ़ा सकता है.''
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मुताबिक, मोदी सरकार ने वादा तो किया लेकिन वो सबका साथ सबका विकास में कामयाब नहीं हो पाई. इसी कड़ी में वो कहते हैं कि कांग्रेस ही एक ऐसी पार्टी है जो सबको साथ ले कर चल सकती है.
राहुल ने अपने करीब चार मिनट के भाषण में बेरोजगारी के मसले पर केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, ''देश का युवा ठगा हुआ महसूस कर रहा है, युवा मोदी जी की तरफ देखता तो उन्हें रास्ता नहीं दिखता. रास्ता ढूंढा जा रहा है. कांग्रेस पार्टी युवाओं को रास्ता दिखा सकती है. देश आज थका हुआ है, मोदी जी रोजगार नहीं दे पा रहे हैं.'' वो आगे कहते हैं कि युवाओं को पीएम मोदी से कोई उम्मीद नहीं है.
राहुल ने देश में व्याप्त नफरत के माहौल पर बात करते हुए कहा कि जाति, धर्म के नाम पर देश में नफरत, गुस्सा फैलाया जा रहा है. देश को बांटा जा रहा है. देश हर धर्म, हर जाति का है. कांग्रेस हर एक को साथ रखने का काम करेगी.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज पार्टी महाधिवेशन को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में देशभर से आए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ''देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस पार्टी प्यार और भाईचारे का प्रयोग करती है जबकि विपक्ष क्रोध का इस्तेमाल करता है. कांग्रेस पार्टी देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए काम करेगी.''