मुंबई-दिल्ली में सबसे ज़्यादा तनावग्रस्त लोग, मीडिया-पीआर वाले इस लिस्ट में सबसे ऊपर
भारतीय नागरिकों के बीच मुंबई के 31 फीसदी कामकाजी लोग तनाव से ग्रस्त हैं. एक स्टडी में इस बात का पता चला है. एक ऑनलाइन स्टडी में पता चला है कि टीयर- 1 के शहरों में लगभग 60 फीसदी कामकाजी लोग तनाव ग्रस्त हैं.
स्टडी के लिए, लीब्रेट की टीम ने 10 अक्टूबर, 2016 से लेकर 12 महीने की अवधि के दौरान डॉक्टरों के साथ मिलकर एक मंच पर एक लाख से ज्यादा कामकाजी पेशेवरों से बातचीत का विश्लेषण किया.
स्टडी में पता चला है कि मीडिया और पब्लिक रीलेशन (22 फीसदी), बीपीओ (17 फीसदी ), ट्रैवल और टूरिज्म (9 फीसदी) और एडवरटाइजिंग और इवेंट मैनेजमेंट (8 फीसदी) की तुलना में सेल्स और मार्केटिंग क्षेत्र से जुड़े कामकाजी प्रोफेशनल (24 फीसदी) अधिक तनाव ग्रस्त रहते हैं.
अरोड़ा ने कहा, आपको यह पता लगाना जरूरी है कि आपको क्या परेशान कर रहा है और तनाव का कारण क्या है, जिससे प्रभावी तौर से निपटा जा सके. लंबे समय से जारी तनावर्पूण भावनाएं गंभीर स्वास्थ्य का कारण बन सकती हैं.
स्टडी में पाया गया कि लोग तनाव को लेकर अपने परिवार और दोस्तों से बात करने में असहज महसूस करते हैं. लेकिन स्वास्थ्य के नजरिए से यह जरूरी है कि वह अपने अंदर की हताशा और अपनी भावनाओं का इजहार करें.
कामकाजी लोगों की मुख्य चिंताएं हैं बेहद व्यस्त जीवन, टॉरगेट पूरा न कर पाना, दबाव से निपटना, ऑफिस पॉलिटिक्स, लंबे समय तक काम करने वाला समय, अपसेट रहना और सही मैनेजर्स के साथ काम ना कर पाना हैं.
इसमें देश की राजधानी दिल्ली 27 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर है, वहीं बेंगलुरू 14 फीसदी के साथ तीसरे नंबर और इसके बाद क्रमश: हैदराबाद (11 फीसदी), चेन्नई (10 फीसदी) और कोलकाता (7 फीसदी) का नंबर आता है.