Sudan Islamic Rule: इस देश में इस्लाम छोड़ने पर मृत्युदंड! प्रेगनेंट औरत को भी उतार दिया गया मौत के घाट, देखें तस्वीरें
सूडान में साल 1989 के दौरान एक सैन्य शासक उमर अल बशीर का कब्जा था. उसके आने के बाद सूडान में तेजी से इस्लामीकरण होने लगा.
सूडान में उमर अल बशीर के शासन में दूसरे धर्म के लोगों को इस्लाम धर्म कबूलने पर मजबूर किया जाने लगा और न मानने वालों पर अत्याचार शुरू कर दिया गया.
उमर अल बशीर पर पिछले साल कई गंभीर आरोप लगे, जिनमें से कई साबित भी हो चुके हैं. बता दें कि बशीर पर कई आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, जिनमें से एक सूडान के संघर्षग्रस्त दारफुर क्षेत्र में मासूम लोगों की हत्या करवाना शामिल है.
सूडान में कई संगठन बन चुके हैं, जो अल बशीर के इस्लामिक शासन के खिलाफ रहे. वे लोकतंत्र की मांग के लिए पूर्व सरकार और सेना से लड़ाई करते रहे.
सूडान में उमर अल बशीर के खिलाफ शुरू हुए विरोध की सबसे बड़ी वजह उसकी तरफ से इस्लामीकरण शुरू करना था. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक बशीर ने सत्ता पर कब्जा करते ही वहां शरिया कानून लगा दिया था.
साल 1991 में उमर अल बशीर की शासन में एक ऐसा कानून आया, जिसके मुताबिक कोई भी व्यक्ति इस्लाम धर्म को छोड़ नहीं सकता. ऐसा करने पर उन्हें पत्थरों से मारा जाता था.
उमर अल बशीर के शासन में ही एक गर्भवती महिला को ईसाई व्यक्ति से शादी करने के बाद इस्लाम धर्म को छोड़ने को लेकर मौत की सजा सुनाई गई थी. हालांकि, महिला ने तर्क दिया था कि उसने कभी इस्लाम धर्म अपनाया ही नहीं था.