Pakistan Imran Khan: तोशाखाना मामले में इमरान खान को जिस अटक जेल में भेजा गया, जानें क्या है उसका इतिहास
इमरान खान के तोशाखाना मामले में फैसला आते ही उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया भी शुरू हो गई, जिसके तहत उन्हें पंजाब प्रांत में बॉर्डर इलाके में स्थित अटक जेल भेज दिया गया.
अटक जेल सिंधु नदी के बाएं किनारे पर स्थित है, जिसे साल 1905 में बनाया गया था.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान अगले 5 साल के लिए चुनाव नहीं लड़ सकते हैं.
अटक जेल में अतीत में भी राजनेताओं को क़ैद किया जाता रहा है. इस साल फ़रवरी में तहरीक-ए-इंसाफ़ ने जब जेल भरो आंदोलन की शुरुआत की थी तो पार्टी के वाइस चेयरमैन शाह महमूद क़ुरैशी को एक महीने के लिए अटक जेल भेजा गया था.
इस्लामाबाद स्थित डिस्ट्रिक्ट और सेशन कोर्ट के एडिशिनल जज हुमायूं दिलावर ने तोशखाना मामले में इमरान खान को सजा सुनाई है.
पाकिस्तान में 1999 के दौरान सैनिक विद्रोह के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ भी इस जेल में क़ैद रहे. पीपुल्स पार्टी के नेता आसिफ़ अली ज़रदारी भी लंबे अरसे तक यहीं क़ैद रहे.पंजाब के जेलों के विभाग की वेबसाइट के अनुसार अटक जेल में 539 क़ैदी रखने की गुंजाइश है, जबकि इस समय वहां इससे कहीं अधिक यानी 804 लोग क़ैद हैं.
तोशाखाना मामले को सबसे पहले पाकिस्तान की सत्ताधारी दल पाकिस्तानी डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) ने उठाया था.