अगले 35 सालों में दुनिया पर होगा इस्लाम का राज! तेजी से बढ़ेगी मुसलमानों की जनसंख्या, जानें हिंदू समेत बाकियों का क्या होगा?
प्यू रिसर्च सेंटर की हालिया रिपोर्ट ने वैश्विक जनसंख्या को लेकर बड़ा खुलासा किया है. इसके अनुसार, इस्लाम अगले 35 सालों में ईसाई धर्म को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे बड़ा धर्म बन सकता है.
प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम जनसंख्या 2015 के 1.8 अरब से बढ़कर 2060 तक 3 अरब को पार कर जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, मुस्लिम जनसंख्या में वृद्धि के कई मुख्य कारण है.
प्यू रिसर्च सेंटर की साल 2010 की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की 34% मुस्लिम आबादी 15 वर्ष से कम उम्र की थी. हालांकि, उसके बाद लगातार मुस्लिम महिलाओं की औसत प्रजनन दर में इजाफा देखने को मिला और आबादी तेजी से बढ़ने लगी.
मुस्लिम महिलाओं की औसत प्रजनन दर 3.1 है, जबकि ईसाई महिलाओं की 2.7 है. यह दर वैश्विक औसत से कहीं अधिक है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस्लाम छोड़ने वालों की संख्या कम है, जबकि इसमें शामिल होने वालों की दर लगातार बढ़ रही है.
प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के आधार पर साल 2015 में इस्लाम धर्म को मानने वालों की आबादी 1.8 अरब थी, जो साल 2060 में 3 अरब हो जाएगी. इस तरह से 70 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. दूसरी ओर ईसाई धर्म को मानने वालों की आबादी 2015 में 2.3 अरब थी.
प्यू रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार 2015 में भारत में मुस्लिम आबादी कुल जनसंख्या का 14.9% था. हालांकि, 2060 में ये आबादी बढ़कर 33 करोड़ होने का अनुमान है.
साल 2060 तक ईसाइयों की आबादी में 34 प्रतिशत की वृद्धि होगी, जबकि हिंदू आबादी में वैश्विक जनसंख्या वृद्धि औसत से केवल 27 प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है. वर्तमान में,ईसाई और हिंदू क्रमशः वैश्विक आबादी का 34 और 15 प्रतिशत हिस्सा है.