आप ऐसे बना सकते हैं किलो भर सोना! क्या है इसका फार्मूला? जान लीजिए
सोने के आभूषण पहनना किसको पसंद नहीं होता. सोना कितना रेयर है, इसकी कीमत से ही अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि इसे लैब में भी बनाया जा सकता है.
आज के समय में सब कुछ संभव है. सोना लैब में बनाया जा सकता है या नहीं इसका जवाब हां भी है और ना भी… मतलब हां… बनाया तो जा सकता है, लेकिन इसकी प्रक्रिया को पूरा करना पूरी तरह से संभव नहीं है.
यदि किसी को यह पता चल जाए कि सोना लैब में बनाया जा सकता है तो कोई खदानों में मेहनत क्यों करवाएगा? सोना एक तरह का रासायनिक तत्व है और इसके हर परमाणु यानी कि एटम में 79 प्रोटॉन होते हैं.
यानी कि अब सोना बनाने के लिए 79 प्रोटॉन के एटम और फिर उनके हिसाब से न्यूट्रॉन को साथ मिलकर लैब में सोना बनाया जा सकता है.
सोना बनाने के लिए जिन प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की जरूरत होगी उसी में मर्करी या प्लैटिनम की भी मदद ली जा सकती है. मर्करी के एटम में 80 प्रोटॉन होते हैं, उनमें से एक कम करना होगा यानी की 79 और प्लैटिनम में 78 होते हैं जिसे एक और बढ़ाना होगा.
यह जितना आसान दिख रहा है उतना है नहीं. इन एटम के सिस्टम को बदलना बेहद मुश्किल होता है. वह इसलिए क्योंकि इनके लिए न्यूक्लियर रिएक्शन करना होगा जो बेहद मुश्किल होता है. ऐसा कहा जाता है कि एक बार साल 1941 कुछ साइंटिस्ट ने मर्करी पर न्यूक्लियर अटैक से ऐसा करने की कोशिश भी की थी.
अगर लैब में सोना बनाना चाहते हैं तो वैज्ञानिकों को इन पूरी प्रक्रियाओं से गुजरना होगा और इसमें बहुत सारा पैसा खर्च होगा और ऐसा करना बेहद मुश्किल हो सकता है.