Egypt Giza Pyramid: गीजा के पिरामिडों के 6500 फीट नीचे बसा है पूरा शहर! रिसर्च में खुला राज, चौंक गए साइंटिस्ट
इटली और स्कॉटलैंड के शोधकर्ताओं ने दावा करते हुए कहा है कि खोज में ये पता चला है कि पिरामिडों के नीचे एक भूमिगत शहर बसा है. ये शहर गीजा के पिरामिडों के नीचे 6500 फीट से भी ज्यादा गहराई तक फैला है, जो पिरामिड की ऊंचाइयों से 10 गुना बड़े हो सकते हैं.
इटली के पीसा विश्वविद्यालय के कोराडो मालंगा और स्कॉटलैंड के स्ट्रैथक्लाइड विश्वविद्यालय के फिलिपो बियोन्डी ने रिसर्च की है, जो हैरान कर देने वाली है. इस सप्ताह इस शोध को लेकर ब्रीफिंग हुई थी. हालांकि, इसको लेकर अब तक किसी वैज्ञानिक पत्रिका में कुछ नहीं छपा है.
नई स्टडी के अनुसार, पिरामिड के नीचे बेलनाकार की आठ वर्टिकल संरचनाएं हैं, जो 2,100 फीट से ज्यादा गहराई तक फैली है. इसके अलावा 4,000 फीट गहराई पर कई और संरचनाएं भी मिली है. इन छवियों को बनाने के लिए रडार पल्स का इस्तेमाल किया गया है. गीजा में कुल 3 पिरामिड हैं. इनके नाम हैं खफरे, खुफु और मेनकौर हैं.
लगभग 4500 साल पहले नील नदी के किनारे इनको बनाया गया था. तीनों पिरामिडों को फराओं के नाम पर बनाया गया था. उत्तरी और सबसे पुराना पिरामिड खूफू के लिए बनाया गया है. इसे ही ग्रेट पिरामिड कहते हैं.
पुरातत्व पर काम करने वाले रडार विशेषज्ञ और डेनवर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर लॉरेंस कोनयेर्स ने एक इंटरव्यू में बताया कि किसी टेक्नोलॉजी से जमीन के इतनी गहराई तक जाना पॉसिबल नहीं होता है. ये एक बड़ी उपलब्धि है.
प्रोफेसर लॉरेंस कोनयेर्स ने बताया कि पिरामिड के नीचे शाफ्ट और कक्ष के जैसी संरचनाएं बनी हो सकती है. प्राचीन लोगों के लिए ये जगह बेहद खास थी, इसलिए यहां ऐसी संरचनाएं हो सकती है.
प्रोफेसर ने कहा कि इस खोज को सही साबित करने के लिए खनन ही है. लॉरेंस कोनयेर्स ने कहा कि शोधकर्ता बाते नहीं बना रहे हैं.