Tibet Earthquake Impact: 'इमारतें जमींदोज़, सड़कों पर कोहराम', डरावनी हैं 53 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले भूकंप की तस्वीरें
भूकंप के झटके बिहार, यूपी, दिल्ली एनसीआर और बंगाल सहित कई राज्यों में महसूस किए गए जिससे लोगों में दहशत फैल गई.
नेपाल के काठमांडू में भूकंप के झटके महसूस होने से लोग घबराए और घरों से बाहर निकल आए, लेकिन अब तक किसी प्रकार का बड़ा नुकसान नहीं हुआ है.
भूकंप का केंद्र चीन और नेपाल की सीमा से सटे तिब्बती पठार पर था जो कि लगभग 10 किलोमीटर की गहराई में था. इसकी वजह से आसपास के क्षेत्रों में भी हलचल मच गई.
तिब्बत में कुछ गांवों के घर ढह गए हैं और चीन की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इलाके में तबाही का मंजर है.
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई जो कि एक शक्तिशाली भूकंप है और इससे भारी नुकसान की संभावना बनी है.
भूकंप के बाद तिब्बत और नेपाल में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मदद की जरूरत है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार 7.1 तीव्रता का पहला भूकंप नेपाल-तिब्बत सीमा के पास शिजांग में स्थानीय समयानुसार सुबह 6:35 बजे आया. इस तीव्रता का भूकंप बहुत शक्तिशाली माना जाता है और गंभीर क्षति की वजह बन सकता है.
चीनी अधिकारियों ने तिब्बत के शिगात्से शहर में भूकंप की तीव्रता 6.8 दर्ज की. ये शहर तिब्बत का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जहां भूकंप ने काफी असर डाला.
भूकंप के एक घंटे के अंदकर शिजांग क्षेत्र में 5 और झटके महसूस किए गए. इन झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 और 4.9 मापी गई.