Ramgopal Yadav: राजनीति में नहीं आना चाहते थे रामगोपाल यादव, यूं हुई थी सपा के 'प्रोफेसर' की पॉलिटिक्स में एंट्री
रामगोपाल यादव देश के वरिष्ठ राजनेता हैं. वह सालों से समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं. इतने सालों के राजनीतिक करियर में राम गोपाल यादव कभी किसी मंत्री पद पर नहीं रहे हैं. वह स्वयं राजनीति में आना भी नहीं चाहते थे.
रामगोपाल यादव मुलायम सिंह यादव के चचेरे भाई हैं. वह राजनीति में आने से पहले कॉलेज में पढ़ाया करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह अपनी शिक्षक वाली नौकरी में ही खुश थे. लेकिन मुलायम सिंह के आग्रह के बाद वह राजनीति में आ गए थे.
राम गोपाल यादव समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद बनने से पहले ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष जैसे पदों पर भी रह चुके थे.
1992 में जब समाजवादी पार्टी बनी उसके बाद वह पहली बार राज्यसभा भेजे गए और तब से आज तक समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं.
रामगोपाल यादव का समाजवादी पार्टी के अंदर कद बहुत बड़ा है. कहा जाता है कि मुलायम और अखिलेश जो भी राजनैतिक फैसला लेते उसके लिए रामगोपाल यादव से बात जरूर करते.
रामगोपाल यादव को समाजवादी पार्टी के लोग सम्मान से प्रोफेसर साहब भी कहते हैं. रामगोपाल यादव के लिए कहा जाता है कि 2017 में जब मुलायम सिंह यादव के परिवार में कलह उजागर हुई थी तब वह पूरी मजबूती के साथ अखिलेश यादव के साथ खड़े रहे.