UP Female Politicians: पति के निधन के बाद राजनीति में उतरीं ये महिलाएं, किसी हुआ था मर्डर तो किसी का एक्सीडेंट
पूजा पाल समाजवादी पार्टी की नेता हैं. इससे पहले वह बसपा में रहते हुए इलाहाबाद पश्चिम से विधायक चुनी गई थीं. पूजा पाल के पति राजू पाल की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में नाम आया था अतीक अहमद का. पति की हत्या के बाद पूजा ने राजनीति में कदम रखा था.
गाजीपुर जिले में मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी एमएलए अलका राय ने भी पति की हत्या के बाद राजनीति में कदम रखा. उनके पति कृष्णानंद राय के मर्डर में मुख्तार अंसारी नामजद हैं.
तबस्सुम हसन यूपी की बड़ी नेता हैं. वह कैराना सीट से सांसद भी रही हैं. उनके पति चौधरी मुनव्वर हसन भी बड़े नेता था. एक सड़क हादसे में उनके निधन के बाद तबस्सुम ने राजनीति में कदम रखा.
संगीता चौहान दिवंगत क्रिकेटर और बीजेपी नेता चेतन चौहान की विधवा हैं. संगीता पति के निधन के बाद राजनीति में उतरीं और अमरोहा में नौगांवा सादात सीट से विधायक बनीं. चेतन चौहान का निधन कोरोना संक्रमण से हुआ था.
रालोद के बड़े नेता रहे मुन्ना सिंह चौहान का साल 2016 में डेंगू के कारण निधन हो गया था. पति के निधन के बाद शोभा सिंह राजनीति में उतरीं. उन्होंने रालोद की जगह बीजेपी का दामन थामा और फैजाबाद की बीकापुर विधानसभा सीट से विधायक बन गईं.