न मंत्री, न CM, सीधे बने पीएम, ऐसा क्या हुआ 7 महीने के भीतर ही छोड़ दी प्रधानमंत्री की कुर्सी
कहा जाता है कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की सरकार इसलिए गिरी थी, क्योंकि कांग्रेस ने यह आरोप लगाए थे कि चंद्रशेखर ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जासूसी करवाई थी.
चंद्रशेखर पर लगे जासूसी की आरोप के बाद कांग्रेस ने अपना समर्थन वापस ले लिया. उसके बाद सरकार अल्पमत में आ गई और बिना देर किए पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने पीएम पद से इस्तीफा दे दिया था.
सियासी जानकारों के मुताबिक, युवा तुर्क कहे जाने वाले चंद्रशेखर कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री बने थे, लेकिन सरकार में कांग्रेस का हस्तक्षेप बढ़ता देख उन्होंने इसके खिलाफ आवाज भी उठाई थी.
चंद्रशेखर इकलौते ऐसे भी नेता थे, जो कभी किसी राज्य के मंत्री या मुख्यमंत्री नहीं रहे. वह सीधे प्रधानमंत्री बने.
6 मार्च 1991 को चंद्रशेखर ने पीएम पद से इस्तीफा दिया था. पीएम पद पर सबसे कम समय के लिए रहने वाले वह दूसरे व्यक्ति थे, जिन्होंने 7 महीनों के लिए पीएम पद संभाला.
उन्होंने 10 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक पीएम पद संभाला. हालांकि, उन्होंने 6 मार्च को ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन अगली व्यवस्था होने तक इस पद को संभाला.
गर्म स्वभाव के लिए मशहूर चंद्रशेखर का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी में हुआ. उनके पिता एक किसान थे. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में ही वह समाजवादी आंदोलन से जुड़ गए थे. राजनीतिक करियर की शुरुआत मनोहर लोहिया के साथ की थी. 8 जुलाई 2007 को बीमारी के चलते चंद्रशेखर का निधन दिल्ली में हुआ.