'उद्धव ठाकरे के साथ हुआ सबसे बड़ा पाप, लोकसभा में लोगों ने...', स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कह दी बड़ी बात
मुलाकात के बाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, हम हिंदू धर्म का पालन करते हैं. हम पुण्य और पाप में विश्वास करते हैं. विश्वासघात को सबसे बड़े पापों में से एक कहा जाता है और उद्धव ठाकरे के साथ ऐसा ही कुछ हुआ है.
उन्होंने कहा, उद्धव ठाकरे के साथ जो विश्वासघात हुआ है, उससे कई लोग गुस्से में हैं. उन्होंने मुझे बुलाया और मेरा स्वागत किया. हमने कहा कि हम उनके साथ हुए धोखे से दुखी हैं.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा, हमारा दर्द तब तक कम नहीं होगा जब तक वह (उद्धव ठाकरे) दोबारा सीएम नहीं बन जाते. अब तो महाराष्ट्र की जानता भी समझ चुकी है कि उद्धव ठाकरे के साथ गलत हुआ.
उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र की पूरी जनता विश्वासघात से गुस्से में है और यह हाल के लोकसभा चुनाव में दिखाई भी दिया. हमारा राजनीति से कोई लेना देना नहीं है, लेकिन हम विश्वासघात के बारे में बात कर रहे हैं जो धर्म के अनुसार पाप है.
10 जुलाई 2024 को दिल्ली में केदारनाथ मंदिर की आधारशिला रखने के सवाल पर शंकराचार्य ने कहा, ‘‘जब केदारनाथ का पता हिमालय है तो कैसे यह दिल्ली में हो सकता है? आप लोगों को क्यों भ्रमित कर रहे हैं.’’