संभल के राज: नीमसार के कुएं में मिला जल, तोता-मैना की कब्र और पृथ्वीराज चौहान की बावड़ी का क्या करेगा ASI?
जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि संभल एक प्राचीन नगर है जहां ऐतिहासिक अवशेषों का एक समृद्ध इतिहास है. इन धरोहरों को संरक्षित और सुरक्षित रखने के लिए एएसआई टीम का निरीक्षण किया गया.
डीएम पेंसिया ने कहा कि फिरोजपुर किला पहले से ही एएसआई के संरक्षण में है, लेकिन आसपास के लोग अब भी किले में आते-जाते रहते हैं. इस समस्या को दूर करने के लिए एएसआई को किले की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है.
डीएम ने बताया कि नीमसार का कुआं एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है जिसकी गहराई में पानी मौजूद है. वहीं तोता-मैना की कब्र भी जीर्ण अवस्था में है जिसे संरक्षित करने की जरूरत है.
पृथ्वीराज चौहान द्वारा बनवाए गए राजपूत काल की बावड़ी का जांच करते हुए डीएम ने कहा कि ये बावड़ी बहुत सुंदर और भव्य है, लेकिन अब इसकी सुरक्षा और संरक्षण की आवश्यकता है.
जिलाधिकारी पेंसिया ने कहा कि यदि इतिहास को संजोया नहीं जाएगा तो ये हमारे हाथ से निकल जाएगा. इतिहास को सुरक्षित रखना और इसके बारे में आने वाली पीढ़ियों को जानकारी देना बेहद जरूरी है.
डीएम ने ये भी कहा कि जब संभल को पूरी तरह से सुरक्षित और संरक्षित किया जाएगा तो ये एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनेगा जहां लोग आकर इतिहास को जानेंगे और तीर्थाटन करेंगे.
संभल के स्थानीय लोगों ने मंदिर के पास एक खाली प्लॉट में बावड़ी होने का दावा किया था. डीएम के आदेश पर खुदाई शुरू की गई और इस बावड़ी का अस्तित्व सामने आया जिसे अब सुरक्षित किया जा रहा है.