Prachand Helicopter: तबाही मचाने आ रहा 'प्रचंड', खासियत जानकर दुश्मन रह जाएगा दंग, जानें कितना खतरनाक है ये हेलीकॉप्टर
भारतीय सेना को 90 प्रचंड हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) दिए जाएंगे, जबकि 66 हेलीकॉप्टर वायुसेना को मिलने वाले हैं. इन्हें तैयार करने की लागत 50 हजार करोड़ रुपये होने वाली है. ऐसे में आइए जानते हैं कि प्रचंड हेलिकॉप्टर की खासियतें क्या हैं और क्यों ये दुश्मन के छक्के छुड़ाने में माहिर माना जा रहा है.
प्रचंड दुनिया का एकमात्र लड़ाकू हेलीकॉप्टर है, जो 5,000 मीटर (16,400 फीट) की ऊंचाई पर उतर और उड़ान भर सकता है. इस वजह से ये हेलीकॉप्टर ऊंचाई वाले इलाकों के लिए बहुत ही उपयोगी है. इसे सियाचिन और पूर्वी लद्दाख जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में आसानी से तैनात किया जा सकता है.
प्रचंड हेलीकॉप्टर यह हवा से जमीन और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें दागने में भी सक्षम है. इसे नई ध्रुवास्त्र जैसी हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों से भी लैस किया जा रहा है, जो ऊंचाई के साथ-साथ अन्य इलाकों में दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर सकती हैं.
हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर के जरिए धीमी रफ्तार से मूव कर रहे टारगेट को तबाह करने और दूर उड़ रहे विमानों पर नजर रखने का काम भी किया जा सकता है. जंगल और शहरी हालात में उग्रवाद विरोधी अभियानों प्रचंड की मदद ली जा सकती है. खोज और बचाव ऑपरेशन के लिए भी ये हेलीकॉप्टर बेहतरीन है.
प्रचंड पैदल चलने वाली सेना और कवच वाले हेलीकॉप्टर दोनों से निपटने के काबिल है. ये हेलीकॉप्टर ऊंचाई पर मौजूद टारगेट पर सटीक हमला कर सकता है. इसके अलावा ऊंचाई पर मौजूद बंकरों को नष्ट करने की काबिलियत भी हेलीकॉप्टर के पास है, जिससे जमीनी सेना को मदद मिलती है.
लड़ाकू हेलीकॉप्टर की अधिकतम रफ्तार 288 किमी प्रतिघंटा है. इसका कॉम्बैट रेडियस यानी लड़ने का दायरा 500 किमी तक का है. प्रचंड हेलीकॉप्टर 21,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. हेलीकॉप्टर के कॉकपिट में दो लोगों के बैठने की जगह. हेलीकॉप्टर हेलमेट माउंटेड सिस्टम से भी लैस है.
प्रचंड हेलीकॉप्टर रडार और लेजर वार्निंग रिसीवर्स से लैस है. इसके अलावा इसमें मिसाइल वार्निंग सिस्टम, काउंटर मेजर डिस्पेंसिंग सिस्टम (हमला होने पर जवाबी कार्रवाई करने की क्षमता) और मिसाइल जैमर भी लगा हुआ है. इसका कॉकपिट परमाणु, जैविक और रासायनिक (एनबीसी) हमलों से भी सुरक्षा प्रदान करता है.