Joshimath Landslide : जोशीमठ के घरों में पड़ी दरारों से खौफ में लोग, CM धामी से लगाई मदद की गुहार- देखें ये खौफनाक तस्वीरें
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन अधिकारियों एवं विशेषज्ञों के दल से भी मुलाकात की जो बृहस्पतिवार से ही इस शहर में स्थिति की निगरानी कर रहा है.अधिकारियों ने बताया कि धामी ने लोगों को जोशीमठ से सुरक्षित निकालने की प्रक्रिया के बारे में भी उनसे बात की.
वह प्रभावित क्षेत्र की तंग गलियों में घूमते हुए घरों के अंदर भी गए जहां दीवारों एवं छतों में बड़ी -बड़ी दरारें नजर आ रही थीं.धामी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ इस खतरनाक क्षेत्र से प्रभावित परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाना अब सरकार की प्राथमिकता है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम दीर्घकालिक पुनर्वास रणनीति पर भी काम कर रहे हैं.’’ इस हिमालयी शहर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद धामी ने कहा कि लोगों के पुनर्वास के लिए पीपलकोटि और गौचर के समीप उपयुक्त स्थानों की पहचान भी की जा रही है.
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अधिकारियों को जोशीमठ में निकास एवं जलमल निकास तंत्र से जुड़ी परियोजनाओं के वास्ते लंबी प्रक्रियागत जटिलताओं में उलझने के बजाय सीधे उनसे मंजूरी लेने को कहा गया है. धामी ने कहा कि जोशीमठ सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है और उसे बचाने की सभी कोशिश की जाएगी.
मुख्यमंत्री ने शहर में प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर में यहां के वासियों को किसी भी नुकसान से बचाने को लेकर प्रार्थना भी की.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ शहर के दरार और जोखिम भरे घरों में रह रहे करीब 600 परिवारों को शुक्रवार को तत्काल वहां से निकालने का आदेश दिया. शहर के कई घरों में दरारें आ गई हैं और वहां जमीन धंस रही है.