Bihar New Govt: बिहार की नई सरकार में जिन मंत्रियों ने ली शपथ, उनका कितना है जनाधार, जानें
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलें रविवार (28 जनवरी) को हकीकत में बदल गई. वह एक बार फिर एनडीए में शामिल हो गए. नीतीश कुमार ने रविवार को ही महागठबंधन सरकार से इस्तीफा दिया और बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बना ली. वह रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने. उनके साथ जेडीयू और बीजेपी के कुछ नेताओं ने भी नई सरकार में शपथ ली. राज्य में अब एक सीएम और दो डिप्टी सीएम हैं. बीजेपी नेता सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने बिहार के नए उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. नीतीश कुमार कुर्मी समाज से आते हैं. 2 अक्टूबर 2023 को जारी की गई बिहार के जाति आधारित सर्वे की रिपोर्ट में राज्य में 2.87 फीसदी लोग कुर्मी समाज से हैं, जिनकी संख्या 37 लाख से ज्यादा (3,762,969) है.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) ने बिहार की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. सम्राट चौधरी कुशवाहा (कोइरी) समाज से आते हैं. बिहार के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में 4.21 फीसदी लोग कोइरी समाज से हैं, जिनकी संख्या 55 लाख से ज्यादा (5,506,113) है. सम्राट चौधरी दिग्गज नेता शकुनी चौधरी के बेटे हैं. उन्होंने 1990 में राजनीति में कदम रखा था. वह 1999 में राबड़ी देवी सरकार में कृषि मंत्री बने थे. 2000 और 2010 में वह परबत्ता से विधायक बने थे. 2014 में वह नगर विकास विभाग मंत्री थे. 2018 में आरजेडी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. वह एनडीए सरकार में पंचायती राज मंत्री रहे थे.
बीजेपी नेता विजय कुमार सिन्हा (Vijay Kumar Sinha) ने बिहार की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री के रूप में रविवार (28 जनवरी) को शपथ ली. इससे पहले वह बिहार में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे. विजय कुमार सिन्हा भूमिहार समाज से आते हैं. बिहार के जाति सर्वे के मुताबिक, राज्य में की आबादी में भूमिहार समाज का प्रतिनिधित्व 2.86 फीसदी है. बिहार में भूमिहार समाज के लोगों की संख्या 37 लाख से ज्यादा (3,750,886) है. विजय कुमार सिन्हा राज्य में एनडीए की पिछली सरकार में श्रम संसाधन मंत्री थे और स्पीकर का जिम्मेदारी निभा रहे थे. वह लखीसराय सीट से चार बार विधायक चुने गए हैं. फरवरी 2005 में सिन्हा पहली बार विधायक बने थे. राजनीति में आने से पहले वह इंजीनियर थे.
नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार की नई सरकार में रविवार (28 जनवरी) को जेडीयू नेता विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) ने मंत्री पद की शपथ ली. विजय कुमार चौधरी भी भूमिहार समाज से आते हैं, जिसका राज्य के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिनिधित्व 2.86 फीसदी (भूमिहार समाज की बिहार में आबादी 3,750,886) है. विजय कुमार चौधरी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हैं. वह जेडीयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं. वह सरायरंजन सीट से विधायक हैं. वह 1982 में राजनीति में आए थे. वह आरएलडी गठबंधन सरकार में मंत्री रहे हैं.
जेडीयू नेता बिजेंद्र प्रसाद यादव (Bijendra Prasad Yadav) ने रविवार (28 जनवरी) को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई बिहार सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. वह यादव समाज के बड़े नेता माने जाते हैं. बिजेंद्र यादव सुपौल सीट से विधायक हैं. राजनीति में उनका अनुभव करीब 3 दशक का है. वह लगातार आठवीं बार विधायक हैं. बिजेंद्र यादव आरजेडी गठबंधन वाली सरकार में मंत्री रह चुके हैं. वह नीतीश कुमार कैबिनेट में हर बार मंत्री रहे हैं. बिहार के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में यादव समाज 14.26 फीसदी आबादी का प्रतिनिधित्व करता है. बिहार में यादव समाज के लोगों की संख्या 1 करोड़ 86 लाख से ज्यादा (18,650,119) है.
बीजेपी नेता डॉ. प्रेम कुमार (Dr. Prem Kumar) ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई बिहार सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. वह गया सीट से विधायक हैं. वह लगातार सातवीं बार विधायक हैं. प्रेम कुमार 1990 में पहली बार विधायक बने थे. वह बिहार सरकार में कई बार मंत्री रह चुके हैं. वह कृषि विभाग समेत कई मंत्रालय संभाल चुके हैं. प्रेम कुमार कहार समाज से आते हैं. बिहार के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की आबादी में 1.6 फीसदी लोग कहार समाज से हैं, जिनकी संख्या 21 लाख से ज्यादा (2,155,644) है.
जेडीयू विधायक श्रवण कुमार (Shrawan Kumar) ने भी बिहार की नई सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. श्रवण कुमार कुर्मी समाज के बड़े नेता है. वह नालंदा से विधायक हैं. श्रवण कुमार 1995 से लगातार विधायक हैं. वह पूर्व संसदीय कार्य मंत्री और बिहार के पूर्व मंत्री हैं. बिहार के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में कुर्मी समाज के लोगों की संख्या 37 लाख से ज्यादा (3,762,969) है, जो राज्य की आबादी की 2.87 फीसदी है.
बिहार की नई सरकार में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन (Santosh Kumar Suman) ने भी रविवार (28 जनवरी) को मंत्री पद की शपथ ली. वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे हैं. वह बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. संतोष कुमार सुमन एससी (अनुसूचित जाति) समाज के नेता हैं और बिहार में पूर्व में मंत्री रह चुके हैं. बिहार के जाति सर्वे के रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की आबादी में 19.65 फीसदी लोग अनुसूचित जाति से हैं, जिनकी संख्या 2 करोड़ 56 लाख से ज्यादा (25,689,820) से ज्यादा है.
बिहार की नई सरकार में रविवार (28 जनवरी) को निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह (Sumit Kumar Singh) ने भी मंत्री पद की शपथ ली. सुमित कुमार सिंह राजपूत समाज के नेता नरेंद्र सिंह के बेटे हैं. वह चकाई सीट से विधायक हैं. वह बिहार में पूर्व में भी मंत्री रह चुके हैं. बिहार के जाति सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य में 3.45 फीसदी आबादी राजपूत समाज के लोगों की है, जिनकी संख्या 45 लाख से ज्यादा (4,510,733) है.