Ram Mandir Inauguration: रामलला की मूर्ति कैसी है और किसने बनाई? जानिए अब तक क्या पता चला
मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसकी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी.
चंपत राय ने बताया कि भगवान राम के बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसमें वो 5 साल के बालक के रूप में नजर आएंगे. कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति को गर्भ गृह में रखा जाएगा.
इसके साथ ही चंपत राय ने ये भी कहा कि वर्तमान में भगवान राम की जो मूर्ति मंदिर में स्थापित है, उसे भी गर्भ गृह में रखा जाएगा.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी वो मूर्ति पत्थर की होगी और इसका वजन लगभग 150 किलोग्राम से लेकर 200 किलोग्राम तक होने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या धाम में अपने नव्य भव्य मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम और पूजन विधि 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी, जबकि जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है, उसे 18 जनवरी को गर्भ गृह में अपने आसन पर खड़ा कर दिया जाएगा.
चंपत राय ने कहा कि 22 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर 20 और 21 जनवरी को बंद रहेगा और लोग 23 जनवरी से फिर से भगवान के दर्शन कर सकेंगे.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, “ कार्यक्रम से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर प्रारंभ होगी. इसका मुहूर्त वाराणसी के पुजारी श्रद्धेय गणेश्वर शास्त्री ने निर्धारित किया है. वहीं, प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कर्मकांड की संपूर्ण विधि वाराणसी के ही लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे.”