कर्नाटक से लेकर बिहार तक के कई जिलों में बाढ़ का मंजर, नदियां उफान पर, सड़कें तालाब में तब्दील, देखें तस्वीरें
कर्नाटक में इन दिनों हर गली और शहर में सैलाब देखने को मिल रहा है.सबसे ज्यादा मार आईटी सिटी बेंगलुरु पर पड़ी है. तीन दिन से बेंगलुरु सैलाब के आगे दम तोड़ रहा है.वही मौसम विभाग ने बेंगलुरु के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
बेंगलुरु में सड़कें पूरी तरह जलमग्न हो चुकी है. तस्वीर में देख सकते हैं कि एम्बुलेंस कितनी मुश्किल से सड़कों पर जमा पानी में से होकर गुजर रही है.
आईटी सिटी बेंगलुरु में करीब 90 साल बाद पहली बार ऐसी बारिश हुई कि बेंगलुरु बेहाल हो गया है. यहां की सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं और लोगों की गाड़ियां भी पानी में डूबी नजर आ रही हैं.
बेंगलुरु का आईटी हब कहा जाने वाला व्हाइट फील्ड इलाका भी पूरी तरह जलमग्न है. वहीं सिलिकॉन सिटी का हर इलाका पानी में डूबा नजर आ रहा है. आलम ये है कि लोगों को ट्रैक्टर पर सवार होकर ऑफिस जाना पड़ रहा है.
कर्नाटक के गडक में भी भारी बारिश हुई है जिससे नदी नाले सब उफान पर आ गए हैं.सड़कों पर सैलाब आ गया है.
देश के पूर्वी हिस्से बिहार में भी बारिश की वजह से जगह-जगह बाढ़ का मंजर देखने को मिल रहा हैं. सीतामढ़ी से लेकर कैमूर तक कई इलाके जलमग्न हैं.
सीतामढ़ी में बारिश की वजह से हरदा नदी उफान पर है और गांव में बाढ़ के हालात बन गए हैं.परवाहा लालबंदी पथ के आसपास सड़क पर घुटने तक पानी भर गया जिससे आसपास के घरों में भी पानी घुस गया. तस्वीरों में देख सकते हैं कि कैसे भरे पानी में से होकर दूधवालों को गुजरना पड़ रहा है.
कल एक घंटे की बारिश ने कैमूर शहर को भी पानी-पानी कर दिया.बदहाली का आलम ऐसा है कि मोहनिया के सरकारी अस्पताल में पानी घुस गया.
तस्वीर में देख सकते हैं कि बिहार में बाढ़ का पानी खेतों में भी घुस गया है इस वजह से किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है.
बिहार के कटिहार में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. यहां भी बारिश की वजह से नदियां में उफान पर हैं और गांव में पानी घुसने लगा है. हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ रहा है. कटिहार के ज्यादातर ब्लॉक में कमोबेश यही मंजर देखने को मिल रहा है.