दिल्ली में अब चलेंगे इलेक्ट्रिक ऑटो, ग्रीन ऑटो से कितना है अलग? CM केजरीवाल ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
दिल्ली में अब आपको नीले और बैंगनी रंग के ऑटो सड़कों पर दौड़ते नजर आएंगे. अब आप जानना चाहेंगे कि इन ऑटो की खासियत क्या है और ये ग्रीन ऑटो से अलग कैसे है? तो हम आपको बताते हैं कि ऑटो ना सिर्फ रंग में अलग है, बल्कि ये सबसे कम खर्चे पर चलने वाले इलेक्ट्रिक ऑटो हैं.
इन ऑटो से दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में बहुत सहायता मिलेगी. फिलहाल सरकार 4261 ऑटो को परमिट देगी, जिनमें 33 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षित रखे गए हैं.
इन ऑटो पर केंद्र सरकार की एक लाख की सब्सिडी से अलग 30 हजार की सब्सिडी भी देगी और दिल्ली सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने पर इंट्रेस्ट रेट पर भी 5% की छूट होगी. इसके साथ इन ऑटो को चार्ज करने के लिए हर तीन किलोमीटर के दायरे में चार्जिंग स्टेशन होंगे.
वहीं, महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने महिला चालकों के लिए तीन साल के एक्सपीरियंस को हटाकर एक महीना कर दिया है और लंबाई की बाध्यता को भी हटा दी है. गुरुवार को इसी कड़ी में 50 ऑटो को हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रवाना भी किया.
इन ऑटो से जहां एक तरफ 0% प्रदूषण होगा, वहीं एक बार में तीन घंटे की चार्जिंग के बाद ये ऑटो 100 किलोमीटर से ज्यादा चल पाएंगे. इन ऑटो की प्रति किलोमीटर रनिंग कॉस्ट भी मात्र 50 पैसे ही आएगी.
सरकार के दावे के अनुसार, अप्रैल के अंत तक दिल्ली में कुल ई-ऑटो के 33 फीसदी ऑटो का स्टेरिंग महिलाओं के हाथ में होगा. महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से भी इन ऑटो में व्यवस्था की गई है.
ये ई-ऑटो पूरी तरह से जीपीएस से जुड़े हैं और कंट्रोल रूम से इन्हें मॉनिटर किया जा सकता है. यानी दिल्ली सरकार का यह कदम परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ सुरक्षा के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण है.