अयोध्या से दूरी लेकिन सोनिया गांधी का मंदिरों से है रिश्ता पुराना
कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में 22 जनवरी को होनी वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण मिला था. इसके बाद से यह चर्चा का विषय बना हुआ था कि कांग्रेस इस निमंत्रण पर क्या स्टैंड लेती है. अब कांग्रेस ने इससे दूरी बनाने का फैसला किया है. कांग्रेस के इस फैसले के बाद सियासत तेज हो गई है. बीजेपी इस फैसले को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है और उसे राम विरोधी और सनातन विरोधी बता रही है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appकांग्रेस ने बीजेपी और आरएसएस पर इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया है.यह पहली बार नहीं है, धर्म के मुद्दे पर सोनिया गांधी को इस तरह से घेरा गया हो, उनके राजनीति में आने के बाद से ही वे राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर रही हैं. 1999 के लोकसभा चुनावों में जब संघ ने सोनिया के विदेशी मूल और ईसाई धर्म के आधार पर 'राम राज्य' बनाम 'रोम राज्य' का मुद्दा खूब उठाया था. धर्म की राजनीति के बीच समय समय पर सोनिया गांधी भारत के विभिन्न राज्यों में कई बड़े मंदिरों में पूजा अर्चना के लिए जाती रही हैं.
2018 में सोनिया गांधी ने कहा था, बीजेपी लोगों को यह समझाने में कामयाब रही है कि कांग्रेस एक मुस्लिम पार्टी है. हम हमेशा मंदिरों में जाते रहे हैं. जब मैं राजीव गांधी के साथ यात्रा करती थी, हम जहां भी जाते थे, वहां हमेशा एक प्रमुख मंदिर होता था जहां हम जाते थे. लेकिन हमने कभी इसका प्रदर्शन नहीं किया.राजीव गांधी से शादी के बाद सोनिया गांधी अपने पति के साथ कई मंदिरों में पूजा अर्चना करते देखी गईं. वे राजीव गांधी के साथ गुजरात के अंबाजी मंदिर भी गई थीं.
सोनिया गांधी ने 1998 में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान तिरूपति मंदिर में पूजा अर्चना की थी. तिरूपति मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमला तिरूपति देवस्थानम के तत्कालीन अध्यक्ष सुब्बीरामी रेड्डी ने विरोध के बीच सोनिया के लिए दर्शन की व्यवस्था की थी.
24 जनवरी 2001 को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी ने कुंभ मेले के दौरान इलाहाबाद में पवित्र स्नान किया था. तब सोनिया गांधी की डुबकी लगाते, गंगा पूजा करते, और त्रिवेणी पूजा करते हुए तस्वीरें भी सामने आई थीं.
अक्टूबर 2002 में सोनिया गांधी ने नई दिल्ली में दशहरा उत्सव के दौरान भगवान राम की पूजा अर्चना करती सोनिया गांधी. इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी मौजूद थे.
अगस्त 2003 में जन्माष्टमी के अवसर पर बिड़ला मंदिर में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ भगवान कृष्ण की पूजा करती सोनिया गांधी.
महर्षि वाल्मिकी जयंती के अवसर पर 'शोभा यात्रा' के दौरान पूजा अर्चना करती सोनिया गांधी.
सोनिया गांधी अप्रैल 2014 में अमेठी में राहुल गांधी के समर्थन में एक चुनाव अभियान रैली को संबोधित करने पहुंची थीं, इससे पहले उन्होंने एक मंदिर में पूजा अर्चना की थी.
3 अक्टूबर 2014 को नई दिल्ली के सुभाष मैदान में दशहरा समारोह में भगवान राम और लक्ष्मण का अभिनय करने वालों की आरती करतीं सोनिया गांधी. इस दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह भी मौजूद थे.
2019 लोकसभा चुनाव से पहले रायबरेली में रोड शो से पहले पूजा अर्चना करतीं सोनिया गांधी. साथ में मौजूद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी.
अक्टूबर 2023 में सोनिया गांधी ने विजय दशमी पर कर्नाटक में भीमनाकोली मंदिर में पूजा-अर्चना की थी.
जब काशी विश्वनाथ के दर्शन नहीं कर पाईं सोनिया: सोनिया गांधी अगस्त 2016 में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करने पहुंची थीं. इस दौरान सोनिया गांधी ने रोड शो किया था. इस रोड शो के बाद उन्हें काशी विश्वनाथ में पूजा अर्चना करनी थी. लेकिन रोड शो के दौरान ही उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, इसके बाद उन्हें दिल्ली लौटना पड़ा था और वे काशी विश्वनाथ के दर्शन नहीं कर पाई थीं.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -