280 लोग, 7 दिनों तक चौबीसों घंटे गिनते रहे नगदी, अब तक 354 करोड़ बरामद, आपने नहीं देखे होंगे एक साथ इतने रुपये
कांग्रेस राज्यसभा सांसद धीरज साहू के झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में 9 ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी अपने अंतिम चरण में है. रांची में साहू के घर पर अभी भी गिनती जारी है इसके अलावा सभी जगहों पर लगभग गिनती पूरी कर ली गई है. अभी तक लगभग 353.5 करोड़ रुपए की नकदी बरामद हुई है और रांची वाले घर पर अभी भी नोट गिने जा रहे है.
रांची में गिनती के बाद आयकर विभाग धीरज साहू से 354 करोड़ कैश और बरामद ज्वैलरी के बारे में पूछताछ करेगा. साहू के परिजनों के यहां से भी काफी कैश मिला है इन सभी को आयकर विभाग पूछताछ का नोटिस देकर आगे की कार्यवाही करेगा
ऑपरेशन पूरा होने के बाद उम्मीद है इनकम टैक्स विभाग पूरे ऑपरेशन पर जल्द कोई आधिकारिक बयान जारी करेगा. ओडिशा स्थित बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड और अन्य के खिलाफ आयकर विभाग के छापों में बरामद नकदी की पांचवें दिन की गिनती में यह आंकड़ा साफ हुआ है.
इस बीच धीरज साहू का एक पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है जिसमें कह रहा है कि कोई काला धन कैसे इकट्ठा कर सकता है? ट्वीट में वह यह भी कह रहा है कि काला धन देखकर उसका मन व्यथित हो रहा है.
यह स्पष्ट नहीं है कि साहू के घर से कितनी नकदी और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए. बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड, उसके प्रवर्तक और अन्य के खिलाफ मैराथन छापेमारी हुई है. इसमें भारी मात्रा में नगदी देख कर पूरे देश की आंखें फटी रह गई हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह देश में किसी भी जांच एजेंसी द्वारा की गई एकल कार्रवाई में ‘‘अब तक की सबसे अधिक’’ जब्ती बन गई है. न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक आयकर विभाग ने झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के रांची और अन्य स्थानों पर स्थित परिसरों की भी तलाशी ली है.
कर चोरी और 'ऑफ़-द-बुक (जिसका लेखा-जोखा कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड में नहीं हो)' लेनदेन के आरोप में कर अधिकारियों द्वारा छह दिसंबर को छापेमारी शुरू की गई थी. सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अब तक गिनती में आयकर विभाग और विभिन्न बैंकों के लगभग 80 लोगों की नौ टीमें शामिल थीं, जो सातों दिन 24 घंटे काम कर रही थीं.
सुरक्षा कर्मियों, चालकों और अन्य कर्मचारियों सहित 200 अधिकारियों की एक और टीम गिनती से जुड़े काम में तब शामिल हुई जब कर अधिकारियों को कुछ अन्य स्थानों के अलावा नकदी से भरी 10 अलमारियां मिलीं थी. सूत्रों ने बताया कि नकदी को ओडिशा की विभिन्न बैंक शाखाओं में जमा करने के लिए ले जाने के लिए लगभग 200 बैग और बक्सों का इस्तेमाल किया गया था.
आयकर विभाग का मानना है कि यह ‘बेहिसाबी’ नकदी है और व्यापारिक समूह, विक्रेताओं और अन्य द्वारा देशी शराब की नकद बिक्री से अर्जित की गई है. सूत्रों ने कहा कि किसी एक समूह और उससे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ कार्रवाई के तहत देश में किसी एजेंसी द्वारा की गई यह अब तक की सबसे अधिक नकदी जब्ती है.
इससे पहले इतनी भारी मात्रा में नकदी 2019 में बरामद की गई थी, जब जीएसटी इंटेलिजेंस ने कानपुर के एक व्यवसायी से जुड़े परिसरों पर छापा मारा था और 257 करोड़ रुपये नकद बरामद किए थे.
वहीं, जुलाई 2018 में तमिलनाडु में एक सड़क निर्माण फर्म के खिलाफ तलाशी के दौरान आयकर विभाग द्वारा 163 करोड़ रुपये की नकदी का खुलासा किया गया था.
विभाग उन अधिकारियों और अन्य कर्मचारियों के बयान भी दर्ज कर रहा है, जो छापों वाले स्थानों पर मौजूद थे. साथ ही विभाग कंपनी के मुख्य प्रवर्तक को अपने बयान दर्ज कराने के लिए भी समन जारी करेगा.
वहीं, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनकी पार्टी के सांसद से कथित तौर पर जुड़े परिसरों से करोड़ों रुपये की बरामदगी पर चुप क्यों हैं? कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने इस मामले में केंद्र पर केवल कांग्रेस को निशाना बनाने का आरोप लगाया.