Aditya-L1 Mission: 15 लाख Km दूर से आदित्य एल1 ने भेजीं वे तस्वीरें, जिनका सबको था बेसब्री से इंतजार
आदित्य एल-1 अंतरिक्षयान के दो रिमोट सेंसिंग उपकरणों ने हाल ही में हुई सोलर फ्यूरी (सौर लपटों) की तस्वीरों को कैद किया है. यह जानकारी सोमवार (10 जून, 2024) को स्पेस एजेंसी की ओर से दी गई.
अभियान के 127 दिन बाद उपकरणों ने ये फोटो भेजे हैं. इसरो ने बताया कि मई 2024 में सूर्य की गतिशील गतिविधियों की तस्वीरें ली गई थीं, जिन्हें एसयूआईटी और वीईएलसी की मदद से कैप्चर किया गया था.
एसयूआईटी- सोलर अल्ट्रा वॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप है और वीईएलसी- विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ है.
कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) से जुड़े कई एक्स-क्लास और एम-क्लास फ्लेयर्स, जो अहम भू-चुंबकीय तूफानों को जन्म देते हैं, रिकॉर्ड किए गए.
सूरज के सक्रिय क्षेत्र में आठ से 15 मई के सप्ताह के दौरान कई बार सौर लपटे उठीं थीं.
इसरो ने 17 मई को एसयूआईटी पेलोड की ओर से हासिल सूरज की तस्वीरें जारी कीं और वीईएलसी की ओर से किए गए अवलोकनों के डिटेल्स भी शेयर किए.
आदित्य एल-1 इंडिया का पहला सौर मिशन है. यह छह जनवरी, 2024 को लैग्रेंजियन बिंदु (एल1) पर पहुंचा था और अभियान दो सितंबर, 2023 को शुरू हुआ था.