Big Political families faced Defeat: जब देश के इन बड़े राजनीतिक कुनबों को लगा झटका, नहीं बचा पाए अपनी पुश्तैनी सीट
अमेठी की लोकसभा सीट हमेशा से गांधी परिवार के खाते में जाती रही थी. इस सीट से ही चुनकर राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे. उनके बाद राहुल गांधी यहां से सांसद रहे. हालांकि 2019 में कांग्रेस के गढ़ माने जाने वाले अमेठी में गांधी परिवार को झटका लगा था. तब बीजेपी के टिकट पर स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को पराजित कर दिया था.
यूपी में कन्नौज लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव का गढ़ माना जाता है. इसी सीट से उनके बेटे और बहू दोनों संसद तक पहुंच चुके हैं. 2019 में यादव परिवार की बहू डिंपल यादव को कन्नौज सीट पर हार का मुंह देखना पड़ा था.
गुना लोकसभा सीट पर सिंधिया राजपरिवार का दबदबा रहा है. कहा जाता था कि वहां से सिंधिया राजघराने का कोई भी सदस्य चुनाव जीत सकता है. लेकिन 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी पारंपरिक सीट हार गए.
लालू परिवार बिहार का सबसे बड़ा राजनीतिक परिवार है. इस परिवार के कई सदस्य लोकसभा और विधानसभा के सदस्य रहे. लालू के परिवार को भी 2019 की मोदी लहर में झटका लगा था. तब उनकी बेटी मीसा को उनके ही गढ़ में हार का सामना करना पड़ा था.
हरियाणा में चौटाला परिवार दशकों से राजनीति का केंद्र रहा है. राज्य की राजधानी इसी परिवार के इर्द गिर्द घूमती रही है. इसी परिवार से दुष्यंत चौटाला सबसे युवा सांसद का रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. लेकिन 2019 में वह हार गए.