Indian Prime Ministers Children In Politics: प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे ये 5 राजनेता, बेटे नहीं हासिल कर पाए राजनीति में कोई बड़ा मुकाम
लाल बहादुर शास्त्री देश के दूसरे प्रधानमंत्री थे. पंडित जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद वही पीएम बने थे. शास्त्री जी के तीन बेटे राजनीति में रहे, लेकिन उस तरह से लोगों का प्यार और शोहरत हासिल नहीं कर पाए जो उन्हें नसीब हुई.
युवा तुर्क के नाम से मशहूर चंद्रशेखर भारतीय राजनीति का बहुत बड़ा नाम रहे हैं. वह देश के प्रधानमंत्री भी रहे थे. उनके बेटे नीरज शेखर भी राजनीति में हैं लेकिन वह अपने पिता जैसा नाम नहीं बना पाए हैं. मौजूदा समय में नीरज शेखर बीजेपी के राज्यसभा सांसद हैं.
1991 से 1996 तक पीएम रहने वाले पीवी नरसिम्हा राव को एक विजनरी प्रधानमंत्री के तौर पर याद किया जाता है. नरसिम्हा राव के दो बेटे, रंगा राव और राजेश्वर राव, अपने पिता जैसा बड़ा नाम नहीं बना पाए.
मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू करने वाले दिवंगत विश्वनाथ प्रताप सिंह 1989 से 1990 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे थे. उनके बेटे अजय प्रताप सिंह राजनीति में आए लेकिन कोई खास पहचान ना बना पाने के बाद वह पॉलिटिक्स से दूर हो गए.
इंद्र कुमार गुजराल केंद्र में मंत्री रहने के बाद देश के प्रधानमंत्री भी बने थे. वह करीब 9 महीने तक पीएम की कुर्सी पर रहे. आई के गुजराल के बेटे नरेश गुजराल ने भी राजनीति में करियर बनाया. लेकिन वह अपने पिता जितनी शोहरत हासिल नहीं कर पाए.