Akhilesh Yadav vs Raja Bhaiya: जब राजा भैया के गढ़ में ही अखिलेश यादव ने उन्हें पहचानने से कर दिया इनकार
अखिलेश यादव और राजा भैया दोनों ही प्रदेश के चर्चित युवा नेता हैं. राजा भैया राजनीति में अखिलेश यादव से सीनियर हैं. जहां राजा भैया 1993 में विधायक बन गए थे वहीं अखिलेश यादव पहली बार 2000 में लोकसभा पहुंचे थे.
अखिलेश यादव जब 2012 में मुख्यमंत्री बने तब राजा भैया को मंत्री भी बनाया. राजा भैया संग अखिलेश के रिश्ते हमेशा से अच्छे थे.
अखिलेश यादव के पिता और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव संग भी राजा भैया के बहुत अच्छे संबंध रहे. राजा भैया मुलायम सरकार में भी मंत्री थे.
अब अखिलेश यादव और राजा भैया के बीच तल्खी आ चुकी है. ये तल्खी तब से है जब 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सपा और बसपा का गठबंधन हुआ. ये गठबंधन तो ज्यादा नहींं चला लेकिन राजा भैया संग तल्खी चली आ रही है.
अब तो अखिलेश यादव राजा भैया को पहचानने से ही इनकार कर देते हैं. पिछले साल नवंबर महीने में जब अखिलेश यादव प्रतापगढ़ किसी कार्यक्रम में पहुंचे तो वहां पत्रकारों ने उनसे राजा भैया को लेकर सवाल पूछ लिया.
पत्रकारों ने पूछा कि क्या आप राजा भैया की पार्टी संग गठबंधन करेंगे? इस पर अखिलेश ने कहा कि कौन राजा भैया.. ये कौन हैं.. मैं नहीं जानता इन्हें.
राजा भैया ने अखिलेश यादव के इस बयान पर हाल ही में एक इंटरव्यू में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम अवध के निवासी हैं. यहां भाषा की शिष्टता और मर्यादा बहुत मायने रखती है. उस बयान को लोगों ने अच्छा नहीं माना.