रसोई में मौजूद ये पांच मसाले दिला सकते हैं एसिडिटी से छुटकारा
अजवाइन में कुछ ऐसे गुण पाए जाते हैं जो पेट संबंधी समस्याओं से राहत दिलाते हैं. अजवाइन में एंटी-एसिड गुण होते हैं जो पेट में अम्लीयता के असर को कम करते हैं और पेट की झिल्ली की सूजन को दूर करते हैं. अजवाइन के पानी का सेवन करने से पेट में गैस की समस्या में राहत मिलती है. इस प्रकार अजवाइन, पाचन संबंधी विकारों में लाभदायक है.
जीरा पाचन संबंधी समस्याओं में लाभदायक होता है. जीरे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो पेट की अम्लीयता और सूजन को कम करते हैं. यह पेट में एसिड के प्रभाव को भी कम करता है जिससे एसिडिटी में आराम मिलता है. जीरे में पाए जाने वाले थाइमोल और क्यूरक्यूमिन पेट की परतों के लिए लाभदायक होते हैं और उल्टी जैसी समस्याओं से बचाते हैं. इसलिए जीरे के प्रयोग से एसिडिटी जैसी परेशानियों में आराम मिलता है.
अदरक में जिंजरॉल नामक यौगिक होता है जो पाचन में मदद करता है और एसिडिटी को कम करता है. इसकी चाय पीने से पाचन में सुधार होता है और गैस बनने में कमी आती है जो एसिडिटी का कारण बनती है. अदरक का पानी या चाय बनाकर पी सकते हैं.
हींग में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो हेलिकोबैक्टर पाइलोरी जैसे बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं जो एसिडिटी का कारण बनते हैं. हींग को पानी पीने से एसिडिटी में लाभ मिलता है.
इलायची में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं जो एसिडिटी और पेट दर्द से राहत दिलाते हैं. इलायची वाली चाय पीने से लाभ होता है.