Nag Panchami 2023: राहु और केतु के कारण रुक जाती है करियर में तरक्की, नाग पंचमी पर ये 5 उपाय दिलाएंगे लाभ
नाग पंचमी के दिन नवनाग स्तोत्र का पाठ करने से राहु-केतु शांत होते हैं. कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव में कमी आती है. संतान प्राप्ति की राह आसान होती है.
नाग पंचमी के दिन नवनाग स्तोत्र का पाठ करने से राहु-केतु शांत होते हैं. कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव में कमी आती है. संतान प्राप्ति की राह आसान होती है.
कालसर्प दोष को बहुत खतरनाक माना जाता है, ये राहु-केतु से निर्मित होता है. अगर इसका निवारण न किया जाए तो 42 साल तक कालसर्प दोष के दुष्प्रभाव झेलने पड़ते हैं. कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए नाग पंचमी पर राहु यंत्र को बहते जल में प्रवाहित कर दें.
घर में मोरपंख रखने से कालसर्प दोष नहीं लगता. राहु-केतु भी दूर रहते हैं. नाग पंचमी के दिन मोरपंख लाएं और इसे श्रीकृष्ण की मूर्ति के पास रखें.
घर में मोरपंख रखने से कालसर्प दोष नहीं लगता. राहु-केतु भी दूर रहते हैं. नाग पंचमी के दिन मोरपंख लाएं और इसे श्रीकृष्ण की मूर्ति के पास रखें.