लड्डू गोपाल को साबुन से नहाना पाप या सेवा? जानिए हिंदू धर्म शास्त्रों में क्या लिखा है?
आज के समय में ज्यादातर लोग लड्डू गोपल को अपने घर में रखते हैं. बच्चों की तरह उनकी सेवा करते हैं. सुबह उठाना, नहाना, कपड़े पहनाना, उनका श्रृंगार करना, भोग लगाना, आरती करना और शाम को लोरी गाकर सुलाना शामिल हैं.
कई लोग लड्डू गोपल की सेवा सच्चे मन से करते हैं, लेकिन जानें अनजानें उनसे ऐसी गलतियां होती रहती है, जिसके बारे में उन्हें खुद नहीं पता.
अधिकतर लोग लड्डू गोपाल को नहाने के लिए साबुन का इस्तेमाल करते हैं, जोकि शास्त्र के नजरिए से गलत माना जाता है. लड्डू गोपाल को कभी साबुन से नहाना नहीं चाहिए.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास के मुताबिक लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराना चाहिए. पंचामृत के अलावा भूरे से भी उनकी मालिश करनी चाहिए.
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि, लड्डू गोपाल की लल्ला भाव में सेवा करना अच्छी बात लेकिन उन्हें किसी भी तरह के साबुन से नहाने पर आप पाप के भागीदारी बनते हैं, क्योंकि लड्डू गोपाल स्वयं भगवान हैं.
स्कंद पुराण, भागवत पुराण और हरिभक्ति विलास (वैष्णव संप्रदाय का प्रमुख धार्मिक ग्रंथ) में लड्डू गोपाल को पंचामृत से स्नान कराने का उल्लेख मिलता है. यह अभिषेक सेवा भाव का भाग है, ना कि पाप का, तो अब अगली बार भूलकर भी लड्डू गोपाल को साबुन से स्नान नहीं कराएं.