Friendship Day 2023: हनुमान जी और शनि देव की दोस्ती कैसे हुई, यहां पढ़ें ये रोचक कथा
इस दौरान शनि देवजी को काफी चोट आई. लेकिन वो खुद को हनुमान जी से छु़ड़ा नहीं पाए. जब हनुमान जी का श्री राम का कार्य खत्म हुआ तो उन्होंने शनिदेव को आजाद कर दिया.
शनि देव ने हनुमान जी के कार्य में विघ्न डालना चाहा. हनुमान जी ने उन्हें चेतावनी भी दी. लेकिन शनिदेव नहीं मानें उन्होंने शनिदेव को लाख रोकने की कोशिश की, लेकिन शनि देव नहीं मानें.
फिर हनुमान जी ने शनि देव को अपनी पूंछ से जकड़ लिया. शनिदेव ने खुद को हनुमान जी से छुड़ाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नहीं मानें.
शनिदेव को उनकी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने हनुमान जी से माफी मांगी.
साथ ही उन्होंने हनुमान जी से यह भी कहा कि वो कभी आगे से ऐसा नहीं करेंगे. इसके बाद शनिदेव ने कहा कि श्री राम और हनुमान जी के भक्तों को उनका विशेष आशीष मिलेगा.
वहीं, हनुमान जी ने शनिदेव जी ने घावों पर सरसो का तेल लगाया. इस से इनके घाव ठीक हो गए. इस पर शनिदेव ने कहा कि अब से जो भी उन पर शनिवार के दिन सरसों का तेल चढ़ाएगा तो उसे मेरा विशेष आशीष प्राप्त होगा.