आपका भी पार्टनर भी है इंसिक्योर? ऐसे करें इंसिक्योरिटी को झट से दूर
कुछ लोग यहां तक कि उनके पार्टनर का फोन बिजी जाता है तो संदेहमय हो जाते हैं. यह जरूरी है कि आप समझें कि आपके पार्टनर के जीवन में आपसे पहले भी कुछ दोस्त, रिश्तेदार और लोग है.
कई रिश्ते सोशल मीडिया पर बनते हैं या बनने के बाद वह अपना अधिकांश समय सोशल मीडिया पर बिताते हैं. इस प्रकार के रिश्तों में जब रिश्ता नया होता है, तो लोग पूरा दिन-रात एक दूसरे से बात करते है लेकिन धीरे-धीरे एक दूसरे को समय नहीं दे पाते.
कई बार जब आपका साथी अपने दोस्तों के साथ हंसता है और खुलकर बातें करता है, अकेला बाहर जाता है या अपने घर में रहता है, तो आप इन चीजों पर बुरा महसूस करते हैं. इस पर आपका मन उनके दोस्ती की सीमाओं के बारे में सोचने लगता है.
कुछ लोग कई ऐसी बातें कहते हैं जो उनके साथी को बुरा महसूस करा सकती हैं और उनके रिश्ते को खराब कर सकती हैं. इसलिए अपने साथी पर विश्वास करें और बिना किसी बात के शक ना करें.
आपको अपने साथी से सीधे रूप से बातचीत करनी चाहिए. कई रिश्तों में इंसिक्योरिटी बढ़ने से गहरा कड़वाहट ला सकता है और रिश्ते सदैव के लिए टूट सकते हैं.